एसओजी ने इस मामले में अब तक आठ से भी ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। जयपुर के बाद नागौर से भी दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी को दस दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। कल शाम हुई पूछताछ े आधार पर आज सवेरे एसओजी ने मुरलीपुरा में स्थित एक स्कूल पर छापा मारा है। स्कूल संचालक से भी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि डाल्फीन स्कूल भी इन बदमाशों के संपर्क मंे था और नकल कराने में सहयोग कर रहा था। उस पर भी मुकदमा दर्ज कर जांच करने की तैयारी है। वहां से दस्तावेज जब्त किये गए हैं।
एसओजी की पूछताछ में सामने आया है कि गैंग ने पहली बार राजस्थान में किसी परीक्षा को हैंक करने की कोशिश की थी। लेकिन अपने पहले ही प्रयोग में वे असफल हो गए और एसआेजी ने सभी को धर लिया। कम्प्यूटरर्स को तकनीक के जरिए हैंक करने वाले और हर दिन दस हजार रुपए फीस लेने वाले अभिमन्यु और संजय पहले भी चार परीक्षाओं को हैंक कर चुके हैं। ये परीक्षाएं दिल्ली और हरियाणा में आयोजित हुई थी। इन परीक्षाओं में भी मुख्यतार, पकंज, संजय, अभिमन्यु और टीम के अन्य लोगों ने मोटा पैसा कमाया था।
दिल्ली और हरियाणा से पूरी गैंक के तार जुडऩे के साथ ही एसओजी की दो टीमें दिल्ली और हरियाणा में सर्च कर रही है। दिल्ली में गाजियाबाद और हरियाणा में रोहतक एवं अन्य जिलों में एसओजी की तलाश जारी है।
एसओजी अफसरों का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त करने के साथ ही उनसे जो जानकारी मिल रही है इस आधार पर कहा जा सकता है नेटवर्क बड़ा है। अब तक करीब आठ से दस लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है। लेकिन गिरफ्तार लोगों की संख्या करीब चालीस तक पहुंच सकती है। कईयों के बारे में सूचना मिली है लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है।