scriptबोले डीजीपी, मैं तो कुछ माह में रिटायर हो जाऊंगा पर बदलाव से विश्वास बढ़ेगा | interview of rajasthan dgp kapil garg | Patrika News

बोले डीजीपी, मैं तो कुछ माह में रिटायर हो जाऊंगा पर बदलाव से विश्वास बढ़ेगा

locationजयपुरPublished: Jan 15, 2019 11:45:05 am

Submitted by:

Mridula Sharma

उठाए जा रहे हर संभव कदम, हर थाने में रात्रि गश्त रजिस्टर, अपराधियों का रखेंगे ब्योरा, ऑनलाइन व्यवस्था मजबूत बनाने का दिलाया भरोसा

dgp

बोले डीजीपी, मैं तो कुछ माह में रिटायर हो जाऊंगा पर बदलाव से विश्वास बढ़ेगा

मुकेश शर्मा/जयपुर. नए मुखिया बनने के बाद प्रदेश में पुलिस की कार्यशैली में आमूलचूल बदलाव का अभियान शुरू करने वाले डीजीपी कपिल गर्ग का कहना है कि वे तो कुछ माह में रिटायर हो जाएंगे, लेकिन बदलाव से जनता में खाकी पर और विश्वास बढ़ेगा। पुलिस में विश्वास बढ़ाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। सबसे महत्वपूर्ण बदलाव रात्रि गश्त में किया गया है। अब हर थाने में रात्रि गश्त बीट रजिस्टर रखा जाएगा, जिसमें रात्रि गश्त को और प्रभावी बनाया गया है। बदलाव पर पत्रिका की ओर से डीजीपी से की गई बातचीत के कुछ अंश-
प्र. डीजीपी बनने के बाद पुलिस कार्यशैली में क्या बदलाव किया गया है?
डीजीपी : जनता में विश्वास और अपराधियों में भय के लिए हर संभव कदम उठाए गए हैं। वर्तमान परिस्थितियों के मुताबिक कुछ करने का प्रयास किया गया है। रात्रिगश्त को और प्रभावी बनाया है। इससे पुलिसकर्मी मुस्तैद रहेंगे और चैकिंग में वक्त पर पहुंचेंगे।
प्र. क्या थानों को अपराधियों को पकडऩे का टारगेट दिया गया है?
डीजीपी : अपराधियों में भय और अपराध पर लगाम लगाने के लिए ऐसा किया गया है, हर थाना पुलिस उनके क्षेत्र में सक्रिय 10-10 वांछित अपराधियों की सूची बना मुख्यालय को भेजेगी और उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी, इसके लिए एसओजी की भी मदद ले सकते हैं।
प्र. क्या पुलिस ऑनलाइन एफआइआर सिस्टम को प्रभावी नहीं बनाना चाहती?
डीजीपी : ऑनलाइन गुमशुदगी और वाहन चोरी आमजन कैसे दर्ज करा सकते हैं, इसकी हर थाने में जानकारी होगी, इसके लिए थाना पुलिस को निर्देश भी दिए गए हैं।
प्र. कई जिलों में समय पर पदोन्नति नहीं हो रही, इससे पुलिसकर्मियों में उदासीनता है?
डीजीपी : कुछ जिलों में स्टे के चलते ऐसी समस्या बताई गई है, अन्य जिलों में धीमी गति से चल रही पदोन्नति को जल्द पूरा करने के निर्देश देंगे।
प्र. सरकार बदल गई, अधिकारी बदल गए, लेकिन कई जिलों में वर्ष 2018 में कई ऐसे संगीन अपराध हुए, जिनमें अपराधी नहीं पकड़े जा सके?
डीजीपी : पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच को निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिला पुलिस को अनट्रेस संगीन अपराध के खुलासे के लिए घटना स्थल का रिव्यू करे, जरूरत पडऩे पर पुलिस मुख्यालय की क्राइम ब्रांच की मदद लें।
प्र. क्या पुलिसकर्मियों को निजी होटल में चाय-पानी पिलाने का प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है?
डीजीपी : पानी पिलाने वाले जवान को हाथ में कब बंदूक पकड़ा दी जाए, कहा नहीं जा सकता। जो जवान पानी पिला रहे हैं, उन्हें सभ्यता के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। जवान का प्रशिक्षण छह माह का है और मैं तो कुछ माह बाद रिटायर हो जाऊंगा। इससे मुझे क्या लाभ, लेकिन पुलिस में किए गए कुछ बदलाव पर हमारे जवान और अधिकारी मुस्तैदी से जुटेंगे तो जनता में खाकी पर और विश्वास बढ़ेगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो