एसीबी की टीम मानसराेवर में ई-701 महिमा एलांजा स्थित फ्लैट में पहुंची ताे भाैंचक रह गई। इस फ्लैट में उन्हाेंने करीब एक कराेड़ रुपए का साज-सज्जा का सामान लगा रखा था। बताया जा रहा हे कि इस फ्लैट की कीमत अस्सी लाख रुपए से एक करोड़ के बीच की है। यह कार्रवाई एसीबी के महानिदेशक आलोक त्रिपाठी के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर द्वितीय चंचल मिश्रा के नेतृत्व में की गई। सिर्फ छह साल की नौकरी मे इस अफसर की इतने ऐशो आराम देखकर ही एसीबी को इन पर शक हुआ उसके बाद जांच शुरु हुई तो पता चला कि जितनी पगार मिली है उस पगार से कई गुना ज्यादा पैसा लगा दिया गया है। एसीबी अफसरों ने यादव के पास से तीन लाख नकद, 8 बैंकों में खाते, कई प्लॉटों के कागजात व जेवरात बरामद किए हैं।
अजमेर राेड जयपुर स्थित संगम रेजीडेंसी में एक फ्लैट, कीमत करीब 18 लाख रु है। चाकसू में संजीवनी पैराडाइज में आवासीय भूखंड के कागजात, कीमत करीब 3 लाख रु है। अजमेर राेड नारायण विहार में आवासीय भूखंड मिला है। 8 बैंक खाते करीब पौने आठ लाख रुपए मिले हैं। चालीस लाख रुपए से ज्यादा की एफडीआर और नब्बे ग्राम सोने के जेवर अब तक मिले हैं। इनके अलावा एक वर्ना कार, एक शेवरलेट बीट कार, 1 बाइक, 6 लाख रु. का लाइफ इंश्योरेंस में निवेश, 41180 रु. का निवेश शेयराें में। निवेश मिला है। साथ ही करीब तीन लाख रुपए कैश भी दो जगह से मिले हैं।