जयपुरPublished: Feb 23, 2023 12:55:58 am
Gaurav Mayank
आमतौर पर मरीजों को यह डर रहता है कि कैंसर की सर्जरी कराने के बाद उनके प्रभावित अंग का आकार बिगड़ जाएगा, लेकिन ब्रेस्ट में कैंसर टयूमर छोटा हो तो ब्रेस्ट कंजर्वेशन सर्जरी की जा सकती है, जिसमें सिर्फ गांठ और आस-पास का प्रभावित हिस्सा निकाल दिया जाता है। वहीं ब्रेस्ट ऑन्कोप्लास्टिक सर्जरी भी होने लगी है, जिसमें गांठ निकालने के बाद जो डिफेक्ट बन जाता है, उसे टिश्यू को री-अरेंज करके दोबारा सामान्य बना दिया जाता है।
जयपुर. महिलाओं में सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर ब्रेस्ट में होता है। हालांकि यह पहले जितना घातक नहीं रहा और चिकित्सा विज्ञान में नई तकनीकों के कारण इसका इलाज काफी आसान हो गया है। एक जागरूकता कार्यक्रम में रुक्मणी बिरला हॉस्पिटल के डॉ. अनुकृति सूद ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर (breast cancer) डायग्नोज होने पर उसका सर्जिकल थैरेपी, कीमोथैरेपी, रेडियोथैरेपी व एंडोक्राइन थैरेपी से इलाज होता है। कई मरीज सिर्फ सर्जरी कराने के बाद पूरा इलाज नहीं लेते, जिसके कारण कैंसर का पूरा खात्मा नहीं हो पाता है और कैंसर के वापस आने का डर रहता है।