जगदीश महाराज विराजे गर्भगृह में
गोनेर स्थित लक्ष्मीजगदीश मंदिर में चल रहे 15 दिवसीय झूला महोत्सव का समापन हुआ। मंदिर के महंत हनुमानदास ने बताया कि जगमोहन में काष्ठ के हिंडोले में विराजित लक्ष्मी जगदीश महाराज, चारभुजानाथ, बिहारीजी और सालिगरामजी की प्रतिमाओं को गर्भगृह में विराजित कर अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके साथ ही झूला महोत्सव का समापन हुआ। इस बार लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु इस बार झूलों के दर्शन नहीं कर पाए और न ही झूलों का वार्षिक मेला लग पाया।
गोनेर स्थित लक्ष्मीजगदीश मंदिर में चल रहे 15 दिवसीय झूला महोत्सव का समापन हुआ। मंदिर के महंत हनुमानदास ने बताया कि जगमोहन में काष्ठ के हिंडोले में विराजित लक्ष्मी जगदीश महाराज, चारभुजानाथ, बिहारीजी और सालिगरामजी की प्रतिमाओं को गर्भगृह में विराजित कर अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण करवाई गई। इसके साथ ही झूला महोत्सव का समापन हुआ। इस बार लॉकडाउन के कारण श्रद्धालु इस बार झूलों के दर्शन नहीं कर पाए और न ही झूलों का वार्षिक मेला लग पाया।