पंच पटेलों के कहने पर भेजा था बेटी को दूदू निवासी पिता नेमीचंद खटीक ने बताया कि बेटी आशा की वर्ष 2008 में मुकेश से शादी की थी। बड़ी बेटी की मुकेश के बड़े भाई के साथ शादी की थी। लेकिन शादी के बाद से मुकेश बेटी आशा को मारपीट करता रहता और दहेज की मांग भी करता था। कई बार लज्जा भी भंग की। मारपीट और प्रताडऩा के चलते बेटी घर पर आ गई। लेकिन समाज के पंच पटेल और बेटी के ससुर के कहने पर बड़ी बेटी के साथ आशा को भी वापस ससुराल भेज दिया था। यहां पर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। मुकेश छोटा मोटा जो काम मिल जाता है, वही कर लेता है।
बड़ी बहन ने बताया, तब पता चला
नेमीचंद ने बताया कि शुक्रवार तड़के साढ़े तीन बजे बड़ी बेटी ने फोन कर आशा की हत्या हो जाने की जानकारी दी। उन्होंने थाने में दामाद मुकेश, आशा के जेठ व सास के खिलाफ मामला दर्ज करने की रिपोर्ट दी। आशा के एक सात वर्ष की बेटी और पांच वर्ष का बेटा है।
नेमीचंद ने बताया कि शुक्रवार तड़के साढ़े तीन बजे बड़ी बेटी ने फोन कर आशा की हत्या हो जाने की जानकारी दी। उन्होंने थाने में दामाद मुकेश, आशा के जेठ व सास के खिलाफ मामला दर्ज करने की रिपोर्ट दी। आशा के एक सात वर्ष की बेटी और पांच वर्ष का बेटा है।