मोबाइल में बड़े बुकी से था संपर्क पुलिस ने बताया कि रणधीर सिंह व कपाल सिंह के मोबाइल की तस्दीक की गई तो उनमें छदम नाम से वाट्सऐप ग्रुप बने हैं, जो ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे की साइट है। क्रिकेट सट्टे का हिसाब किताब भेजना मिला है। रणधीर सिंह द्वारा ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे का कारोबार किया जाना प्रतित हुआ है। दुबई से भी तार जुड़े होने की आशंका जताई गई। रणधीर के साथ वाट्सऐप ग्रुप पर राकेश राजकोट और एक अन्य व्यक्ति ग्रुप एडमिन है। आरोपियों के मोबाइल में क्रिकेेट सट्टे की ऑनलाइन आइडी व पास वर्ड और हिसाब किताब कोड वर्ड में अंकित है। खुद के साथ अन्य लोगों को भी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे के लिए लाइन देते हैं।
नोटो के साथ यह जब्त किया दो मशीन रुपए गिनने की, 9 मोबाइल, एक कैलकुलेटर और 2000 रुपए के कुल 6785 नोट, 500 के 54817 नोट, 200 के 1020 नोट, 100 के 6242 नोट, 50 के 1471 नोट और 10 रुपए के 25 नोट जब्त किए।
सात लोगों को नामजद, दुबई के मोबाइल नंबर गिरफ्तार चारों लोगों के अलावा राकेश राजकोट, राजेश राजकोट और अमित नाम के व्यक्तियों को नामजद किया। इनमें दुबई के बड़े बुकियों के शामिल होने की पूरी संभावना जताई गई है। वाट्सऐप ग्रुप पर ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा में दुबई के मोबाइल नंबर भी मिले हैं। आरोपियों द्वारा क्रिकेट सट्टा लगाने वाली वेबसाइट के एडमिन राकेश व राजेश से क्रिकेट सट्टा की ऑनलाइन आइडी व पासवर्ड लेकर आगे अन्य लोगों को जारी करने के जानकारी भी पुलिस को मिली।
यूं कोड वर्ड रखा वाट्सऐप ग्रुप और मोबाइल नंबर में कोड वर्ड जैसे मामा 2, जीतू जी प्रिंस जे, एमबी, रॉकी बन्ना कई कोर्ड वर्ड हैं। एक्सचेंज वेबसाइट के जरिए भी क्रिकेट सट्टा लगवाते थे। भगवान के नाम से मोबाइल नंबर रख रखा है।
यूं पकड़ी रकम क्राइम ब्रांच के निरीक्षक सुरेन्द्र सिंह किशनपोल बाजार में टीम के साथ दुकान नंबर 66 के बाहर खड़े थे, तभी कोतवाली थानाधिकारी यशवंत सिंह अपनी टीम के साथ गश्त पर निकले। कोतवाली टीम को क्राइम ब्रांच टीम दुकान के बाहर खड़ी मिली। क्राइम ब्रांच ने दुकान में मोटी रकम होने का हवाला दिया और इधर-उधर होने पर रकम खुर्द बुर्द करने की आशंका पर दोनों टीम ने संयुक्त दबिश दी। मोटी रकम मिलने पर आयकर और ईडी को भी सूचना दी गई है।