scriptपुलिस की चार वर्दी खरीद रखी और अफसर बन ठगी करने पहुंचा, गिरफ्तार | jaipur | Patrika News

पुलिस की चार वर्दी खरीद रखी और अफसर बन ठगी करने पहुंचा, गिरफ्तार

locationजयपुरPublished: Oct 18, 2021 08:49:13 pm

Submitted by:

Mukesh Sharma

आरोपी से चार वर्दी, तीन मोबाइल, दो लग्जरी कार, अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के फर्जी आई कार्ड, मोहरें व लैटर हेड बरामद, राजस्थान-पंजाब में ठगी के 21 मामले पहले से दर्ज, परचूनी की दुकानदार की सतर्कता से पकड़ा गया

company_chit_fund.jpg

If the patrika raised its voice, then the path was open,If the patrika raised its voice, then the path was open,

जयपुर. झोटवाड़ा थाना पुलिस ने एक फर्जी पुलिसकर्मी पकड़ा है। पुलिस को आरोपी से सर्च के दौरान चौकान्ने वाली सामग्री मिली हैं। आरोपी पुलिस की अलग-अलग चार वर्दी बना रखी थी। इसके अलावा आरोपी से तीन मोबाइल, दो लग्जरी कार, अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के फर्जी आई कार्ड, मोहरें व लैटर हेड बरामद किए हैं। डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि श्रीगंगानगर के रावला निवासी कालूराम उर्फ राहुल शेखावत को गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ राजस्थान और पंजाब में ठगी के 21 प्रकरण दर्ज पहले से हैं। जयपुर में भी पहले से एक प्रकरण दर्ज है।
पुलिस लाइन का निरीक्षक बन पहुंचा परचूनी की दुकान

डीसीपी तोमर ने बताया कि 16 अक्टूबर को कमानी रोड स्थित परचूनी की दुकान करने वाले व्यापारी मनीष रावत ने फर्जी पुलिसकर्मी के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पीडि़त ने रिपोर्ट में बताया कि 14 अक्टूबर को पुलिस वर्दी में एक व्यक्ति दुकान पर आया और खुद को राजस्थान पुलिस का निरीक्षक बताया। उसकी नेम प्लेट पर राहुल शेखावत लिखा था। उसने खुद को चांदपोल पुलिस लाइन का इंचार्ज भी बताया और कहा कि पुलिस लाइन, राजभवन व एक अन्य स्थान पर राशन साम्रगी भिजवानी है। पीडि़त की दुकान से प्रत्येक 15 दिन में 25 क्विंटल आटा और अन्य सामान लिया जाएगा। इस संबंध में तीन लैटर हैड और सामान की सूची भी दी। स्टाम्प पर एग्रीमेंट करने का आश्वासन दिया और एक दिन वर्दी पहनकर दुकान पर आया।
शक हुआ तो परिचित पुलिसकर्मी को दी जानकारी

आरोपी ने दुकानदार को सामान का ऑर्डर दिया और पहुंचाने की बात कहकर चला गया। दुकान मालिक को शक हुआ तो उसने परिचित पुलिसकर्मी को इस संबंध में बताया। तस्दीक की गई तो उक्त पुलिसकर्मी के जालसाज होने का पता चला। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से आरोपी की पहचान की गई। दुकान के आस-पास सादावर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए। आरोपी दुकान पर पहुंचा, तभी उसे पकड़ लिया।
एसीबी अफसर बनकर धमाया

पुलिसकर्मियों ने जैसे ही आरोपी को पकड़ा, तब उसने खुद को एसीबी का अफसर बताते हुए पुलिसकर्मियों को धमकाया। आरोपी की तलाशी ली तो उसके पास राजस्थान पुलिस निरीक्षक, एसीबी निरीक्षक व आबकारी निरीक्षक के तीन पहचान पत्र मिले।
इन अधिकारियों की मिली मोहर

आरोपी के पास 14 पुलिस अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी (सचिव राजभवन, एनआईए जयपुर राजस्थान, अतिरिक्त महानिदेशक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो जयपुर व जोधपुर, आयुक्त राजस्थान आबकारी विभाग उदयपुर, उपायुक्त आबकारी, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर, आयुक्त राजस्थान पुलिस जयपुर व जिला पुलिस अधीक्षक जयपुर शहर ) की (सील) मोहर मिली है।

ट्रेंडिंग वीडियो