842.28 टन सोने का आयात रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में देश का चालू खाते का घाटा बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद के 2.7 फीसदी या 23 अरब डॉलर पर पहुंच गया। अप्रेल 2021 से फरवरी 2022 के दौरान मात्रा के लिहाज से सोने का आयात 842.28 टन रहा।
पिछले साल खरीदार ही नहीं थे सर्राफा कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कमी ने भारतीय खरीदारों को प्रोत्साहित किया है। पिछले साल तो मांग कमजोर थी क्योंकि कोरोना महामारी के कारण 2020 में शादियां टल गई थीं। 2019 के आखिर में कोरोना की शुरुआत चीन में हुई थी और मार्च 2020 में भारत ने बेहद सख्त तालाबंदी के कारण बड़ी संख्या में शादियां टल गई जो सोने की खरीदारी देश में न करने बड़ी वजह मानी जाती है। इसके अलावा अक्षय तृतीया जैसे त्योहारों पर भी लोग जमकर सोना खरीदते हैं, लेकिन लॉकडाउन के कारण ये त्योहार भी छोटे पैमाने पर मनाया गया और मांग बेहद कम रही थी। लेकिन अब बाजार खुलने लगा हैं इसलिए सोने की मांग धीरे-धीरे बढऩे लगी है।