एक युवक ने अपने को नामचीन अस्पताल का डॉक्टर बता कर तलाकशुदा हिंदू महिला अधिकारी से शादी कर ली। परिजनों को इसकी खबर लगी तो उन्होंने पुलिस को लव जिहाद की शिकायत दी। पुलिस ने पड़ताल की तो अपने को चिकित्सक बताने वाला युवक मोटर पार्ट्स की दुकान पर काम करने वाला मजदूर निकला। पुलिस कुछ कार्रवाई करती उससे पहले ही महिला अधिकारी के जवाब ने सबको चौंका दिया। उसने पुलिस को कह दिया कि बालिग हूं…मेरे निर्णय में दखल न दें।पुलिस ने बताया कि 25 वर्षीय महिला सरकारी विभाग में अधिकारी पद पर पदस्थ है। उसने पहले अपने ही विभाग के सीनियर अधिकारी से शादी की थी। कोविड में लॉकडाउन के कारण लंबे समय तक घर के अंदर रहने से महिला अधिकारी की मानसिक स्थिति बिगड़ गई। परिजन ने रिश्तेदारों के कहने पर झाड़ फूंक करने वालों से भी उसका इलाज करवाया। इसी के चलते कुछ माह पहले अलवर के एक मौलवी को भी जयपुर बुलाया था। मौलवी के साथ एक युवक आया था। युवक ने खुद को दिल्ली के हॉस्पिटल का मनोचिकित्सक बताया। पिता का आरोप है कि इलाज के नाम पर युवक महिला अधिकारी से मोबाइल पर बातचीत करने लगा और उसे प्रेम जाल में फंसा लिया। दोनों ने शादी कर ली। वे उसे रजिस्टर्ड करवाने सरकारी कार्यालय पहुंचे। शादी रजिस्टर्ड करने से पहले परिजनों को नोटिस जारी किए गए, तब परिजन को पूरी बात का पता चला।
महिला के परिजन ने युवक की तस्दीक की तो उनके पांव तले से जमीन खिसक गई। चिकित्सक बताने वाला युवक मोटर पाट्र्स की दुकान पर काम करने वाला निकला। परिजन तत्काल पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने पड़ताल करने के बाद महिला अधिकारी को बुलाया। पुलिस पड़ताल देख महिला अधिकारी बिफर गई। उसने खुद की मर्जी से युवक के साथ रहने की इच्छा जाहिर की है। यह भी बताया कि वह पूर्व में पति ने भी तलाक ले चुकी है। महिला अधिकारी का यह बयान सुनकर पुलिस ने परिजन को स्पष्ट जवाब दिया कि कानूनन इस मामले में पुलिस कार्रवाई का कोई विकल्प नहीं है।