गोविंद देव मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। मंदिर में दर्शनों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। जन्मोत्सव की विशेष झांकी और कथा की शुरूआत पंडित गोविंद मिश्र रात 10 से 11 बजे तक श्रीजन्माष्टमी व्रत कथा पाठ से करेंगे। मध्य रात्रि 12 बजे 31 हवाई गर्जनाओं की गर्जना और विशेष आतिशबाजी के बीच भगवान का जन्मोत्सव दर्शन होगा।. रात्रि 12 बजे अभिषेक के लिए दर्शन खुलेंगे। 6 पंडित वेद पाठ करेंगे। शालिग्राम पूजन, पंच द्रव्य पूजन के बाद ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा।
करीब एक हजार किलो पंचामृत ठाकुर जी के अभिषेक के लिए 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 बूरा,11 किलो शहद का उपयोग किया जाएगा। ठाकुरजी को पंजीरी, खीरसा, रबड़ी का भोग लगाया जाएगा। अभिषेक के बाद भक्तों में पंचामृत का नि:शुल्क वितरण होगा। दर्शर्नािथयों के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से लगभग एक लाख सागारी लड्डू का निशुल्क वितरण किया जाएगा।
यहां भी हो रहे कार्यक्रम शहर आराध्य गोविंददेवजी मंदिर के साथ जगतपुरा स्थित अक्षयपात्र मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, इस्कॉन मंदिर, बनीपार्क के राधा दामोदरजी सहित अनेक कृष्ण मंदिरों में जन्माष्टमी का उल्लास छाया हुआ है। रात को कृष्णभगवान का प्राकटयोत्सव मनाया जाएगा।इस अवसर पर सभी भक्तों को पंचामृत, पंजीरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा। साथ ही जन्मोत्सव से पूर्व बधाईगान सहित अन्य कार्यक्रम हो रहे हैं।
बना नंद गांव आराध्यदेव गोविंददेवजी मंदिर तो नंदलाला के आने की खुशी में नंदगांव बना हुआ है। शहर के मुख्य रास्तों में भी चहुंओर पीले पताका और बधाई के बैनर लगे हैं। बांदरवाल और पताकाओं से मंदिर नंदगांव की तरह सजा हुआ है। पूरा परिसर रंग-बिरंगी रोशनी से चमक रहा है। मंदिर परिसर ही नहीं सभी मुख्य बाजार भी सजाए गए हैं। यहां अनुमान के मुताबिक तीन से चार लाख भक्त दर्शन करेंगे।
विशेष इंतजाम मंगला झांकी से प्रवेश और निकास की व्यवस्था लागू की गई है। प्रवेश के लिए तीन लाइनों में व्यवस्था की है। एक लाइन में पास धारक, दूसरी में आमजन बिना चप्पल जूते प्रवेश कर सकेंगे तथा तीसरी लाइन में आमजन जूता चप्पल सहित प्रवेश कर सकेंगे। जलेब चौक से आने वाले दर्शर्नािथयों की निकासी व्यवस्था जय निवास बाग से पूर्वी गेट से होगी। जो दर्शनार्थी ब्रह्मपुरी, कंवर नगर की ओर से आएंगे वे चिंताहरण हनुमानजी मंदिर होते हुए जय निवास बाग के पश्चिम द्वार से निकास करेंगे।
इनका कहना है मंदिर में दर्शानार्थियों को परेशानी नहीं हो इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए है प्रवेश और निकासी की अलग अलग व्यवस्था है ताकि किसी तरह की परेशानी नहीं हो और रात के समय प्रसादी वितरण के लिए भी अलग से काउंटर लगाए गए हैं
मानस गोस्वामी,प्रवक्ता,राधा गोविंद देव मंदिर