रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की हाल में जारी रिपोर्ट के अनुसार बैंकों में पांच सौ रुपए के नकली नोट पिछले साल की तुलना में 101.9 प्रतिशत ज्यादा पकड़े गए। बैंक और आरबीआइ ने 2020-21 में 208625 और 2021-22 मे 230971 नकली नोट पकड़े थे। प्रदेश में 2021 में छह हजार सात सौ बत्तीस नकली नोट पकड़े गए थे। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि 500 के नकली नोट बाजार में ज्यादा उतारे जाते हैं। क्योंकि 100 व 50 रुपए के नोट में मुनाफा कम रहता है।
रिजर्व बैंक ने करवाई पांच एफआइआर रिजर्व बैंक ने जयपुर के गांधी नगर थाने में गत सवा दो वर्ष में बैंकों में नकली नोट जमा होने के 5 प्रकरण दर्ज कराए हैं। गांधी नगर थानाधिकारी नेमीचंद ने बताया कि इनमें सबसे अधिक 100-100 रुपए के जाली नोट होने के मामले अधिक हैं। इस अवधि में 100-100 के 1900 जाली नोट शहर के विभिन्न बैंकों की ब्रांच में जमा हुए। वहीं 50-50 के 17 जाली नोट भी मिले।
राजधानी में 17.93 लाख के नकली नोट
राजधानी जयपुर में पुलिस व एसओजी ने वर्ष 2021 से अब तक करीब 17.93 लाख रुपए के जाली नोट पकड़े हैं। इनमें सबसे अधिक 500-500 के नोट हैं। दो-दो हजार के चार लाख के नकली नोट पकड़े जा चुके।
2021 में यहां पकड़े गए 500 के नकली नोट 50 व 100 के नकली नोट कम: रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में 10 रुपए के नकली नोटों में 16.4%, 20 में 16.5%, 200 में 11.7 %, 500 मे 101.9% तथा 2000 के नकली नोटों मे 54.6% की बढ़ोतरी हुई। 50 रुपए के नकली नोट 28.7% व 100 रुपए के 16.7% कम हुए हैं।
जयपुर: 732 अलवर: 515 भरतपुर: 503 गंगानगर: 499 बीकानेर: 471 सीकर: 235 रिजर्व बैंक ने बढ़ाए सेफ्टी फीचर्स
आरबीआइ की ओर से हर नोट पर पहचान के लिए कुछ सेफ्टी फीचर्स अंकित होते हैं। आमजन को भारतीय मुद्रा की पहचान के सभी तरीकों का पता रखना चाहिए। जिससे नकली नोटों से बच सके। आरबीआइ ने 2022-23 के लिए एजेंडा तय किया है। आमजन को इसके लिए जागरूक किया जाएगा। वहीं कुछ सेफ्टी फीचर्स को बदला जाएगा।
सुधेश पूनिया, बैंकिंग विशेषज्ञ, सीकर