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पॉलिटिकल टूरिज्म का केंद्र बना जयपुर, विधायकों के बाद अब पार्षदों की बाड़ाबंदी

locationजयपुरPublished: Nov 07, 2020 10:20:35 am

Submitted by:

firoz shaifi

कोटा दक्षिण के 40 कांग्रेस पार्षदों को भी किया जयपुर शिफ्ट, आज शाम तक कोटा उत्तर के कांग्रेस पार्षदों के भी जयपुर आने की चर्चा

badabandi

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जयपुर। राजधानी जयपुर बीते 10 माह से पॉलिटिकल टूरिज्म का केंद्र बना हुआ है। सरकार बचाने और बनाने के मामले और राज्यसभा चुनावों के चलते मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान के विधायकों की जयपुर में हुई बाड़ाबंदी के बाद अब पार्षदों की बाड़ाबंदी भी जयपुर के होटलों और रिसोर्ट में की जा रही है।

जयपुर हेरिटेज और जयपुर ग्रेटर के बाद शुक्रवार शाम कोटा दक्षिण के 40 पार्षदों को भी जयपुर शिफ्ट किया गया। इन पार्षदों को खासा कोठी स्थित एक होटल में ठहाराया गया है। बताया जा रहा है कि कोटा उत्तर के कांग्रेस पार्षद भी आज शाम तक जयपुर पहुंच सकते हैं। पार्टी नेताओं ने भी इसके संकेत दिए हैं।

287 पार्षद हैं बाड़ाबंदी में
राजधानी जयपुर में इन दिनों 287पार्षद बाड़ाबंदी में हैं इनमें भाजपा-कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद भी शामिल हैं। जयपुर हैरिटेज के 97 और कोटा उत्तर के 40 पार्षद भी बाड़ाबंदी में हैं। कांग्रेस पार्षदों की बाड़ाबंदी का जिम्मा यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, महेश जोशी, विधायक रफीक खान, अमीन कागजी, कांग्रेस नेता अर्चना शर्मा, पुष्पेंद्र भारद्वाज सीताराम अग्रवाल जैसे नेताओं के जिम्मे हैं तो वहीं भाजपा पार्षदों की बाड़ाबंदी का जिम्मा विधायक वासुदेव देवनानी और मदन दिलावर जैसे नेताओं के हाथों में हैं।

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