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बायोफ्यूल प्राधिकरण रिश्वत प्रकरण, इतना कैश मिला कि नोट गिनने के लिए लगानी पड़ी मशीनें

locationजयपुरPublished: Apr 08, 2022 05:52:49 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर ग्रामीण टीम ने बायोफ्यूल प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ को गुरुवार शाम को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था।

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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर ग्रामीण टीम ने बायोफ्यूल प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ को गुरुवार शाम को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर ग्रामीण टीम ने बायोफ्यूल प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ को गुरुवार शाम को रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद एसीबी टीम ने सुरेंद्र सिंह राठौड़ के फ्लैट-घर पर सर्च किया। जहां टीम को घर से इतना कैश मिला कि नोट गिनने के लिए 10 मशीनें लगानी पडी । मशीन में अब तक तीन करोड़ से ज्यादा कैश की गिनती हो चुकी है। इसके प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक बी.एल सोनी ने बताया कि सुरेंद्र सिंह राठौड़ के घर पर कई मकानों के दस्तावेज भी मिले हैं और अभी भी मकान में सर्च अभियान चल रहा है। बायोफ्यूल अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ के घर से अकूत संपत्ति मिली है। एसीबी को वैशाली नगर क्वींस रोड गांधी पार्क में एक प्लॉट, कालवाड रोड में एक प्लॉट, लग्जरी गाड़ी भी मिली है। इसमें जगुआर, फॉर्चूनर, थार जैसी लग्जरी गाड़ियां शामिल हैं। वैशाली नगर के कुबेर कॉम्प्लेक्स में शॉप के कागजात भी मिले हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम.एन ने बताया कि सहकार मार्ग स्थित फ्लैट से 50 से अधिक महंगी शराब की बोतलें मिली हैं, जिन्हें ज्योति नगर पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत जब्त कर लिया है। आरोपित सुरेंद्र सिंह राठौड़ के खिलाफ आबकारी अधिनियम में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि बायोफ्यूल प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ परिवादी से बायोफ्यूल के व्यापार को निर्बाध रूप से चलने देने और लाइसेंस नवीनीकरण के लिए 20 लाख रुपए की मासिक बंधी के रूप में रिश्वत की डिमांड कर रहे थे।
जिसमें इसमें 15 लाख रुपए बायोफ्यूल के व्यापार को लगातार चलने देने और 5 लाख लाइसेंस के नवीनीकरण की बंदी शामिल है। रिश्वत नहीं देने पर लगातार परिवादी को परेशान किया जा रहा था। परेशान होकर परिवादी ने इसकी शिकायत एसीबी मुख्यालय को दी। शिकायत के बाद एसीबी की टीम ने सत्यापन के दौरान मामला सही पाया गया। इसके बाद रिश्वत लेते हुए सुरेंद्र सिंह राठौड़ और संविदा कर्मी देवी शर्मा को रिश्वत लेते धर-दबोचा।
45 अलग अलग सम्पत्ति की सूची बनाई गई देर रात तक
एसीबी अफसरों ने बताया कि राठौड, उनके बेटे, पुत्रवधु, पत्नी और परिवार के बेहद नजदीकी कुछ अन्य लोगों के नाम से लिए गए फार्म हाउस, पेंट हाउस, भूखंड, कारोबारी फर्म, लग्जरी गाड़ियों की सूची बनाई गई है। लिस्ट में 45 सम्पत्ति दर्ज की गई हैं। कीमत करोड़ों नहीं अरबों रुपयों में है। सभी के दस्तावेज आज पूरे कर लिए जाएंगे। उसके बाद सभी के बारे में और गंभीरता से पूछताछ की जाएगी।

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