राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के तत्वावधान में सोमवार को राज्य के चीनी व्यापारियों के हुए सम्मेलन में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के चेयरमेन बाबूलाल गुप्ता ने कहा कि सरकार से व्यापारी काफी समय से चीनी पर से सेस हटाने की मांग कर रहे है पर सरकार व्यापारियों की मांगों को नजर अंदाज कर रही है, लेकिन अगर बुधवार को पेश हो रहे बजट ( rajasthan budget ) में भी सरकार अगर चीनी से मंडी सेस कम या समाप्त नहीं करती है तो राज्य के व्यापारी 20 जुलाई को एक महाअधिवेशन करेंगे, जिसमें आगे की रूपरेखा तय की जाएगी।
जीएसटी के बाद मण्डी सेस भी देने से व्यापारी बेरोजगार हो रहे है और उनको करीब 125 करोड़ रुपए का वार्षिक नुकसान हो रहा है। गुप्ता ने मांग की कि चीनी पर मण्डी सेस तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाना चाहिए या फिर इसे 0.50 प्रतिशत की श्रेणी में लाया जाना चाहिए। इससे न केवल व्यापारियों को लाभ होगा, बल्कि व्यापारी बेरोजगार होने से बचेंगे और सरकार को रेवेन्यू का नुकसान भी नहीं होगा।