कलक्टर जगरूप सिंह यादव ने यह तक कहा है कि भाजपा नेता बताएं कि कलक्टर कैसे डर गया। शिकायत में कहा है कि भाजपा शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता (
Mohan Lal Gupta ) की ओर से 9 मई 2019 को प्रात: 11 से 12 बजे तक कलक्ट्रेट सर्किल पर धरना एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम से ज्ञापन देने के लिए सूचना दी गई थी। लेकिन 12.22 में अशोक परनामी (
Ashok Parnami ), सुरेन्द्र पारीक (
surendra pareek ), नरपत सिंह राजवी (
Narpat Singh Rajvi ), राज्यवर्धन सिंह राठौड़ (
Rajyavardhan Singh Rathore ), राजेन्द्र राठौड़ (
Rajendra Rathore ) तथा अन्य कार्यकर्ता जिला कलक्टर चैम्बर में आए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रथम जयपुर को ज्ञापन देने की बजाय नारेबाजी की और अशोभनीय आचरण एवं अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया। इसके अलावा राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कक्ष में प्रेस कांफ्रेंन्स की और मुझे राजनैतिक पार्टी का मेम्बर बताया। कलक्टर ने शिकायती पत्र में यहां तक लिखा है कि उक्त नेता मुझ में खौफ पैदा करना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि गुरूवार को अलवर में हुए गैंगरेप के विरोध में भाजपाइयों ने जिला कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। इस दौरान राज्यपाल के नाम कलक्टर को ज्ञापन देने के दौरान कलक्टर कक्ष में नहीं थे। इस दौरान भाजपाइयों ने नारेबाजी की थी और कलक्टर को कांग्रेस का एजेंट बताया था।
यह कहा था राठौड़ ने
राठौड़ ने गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान कलक्टर पर कांग्रेस के एजेंट के रूप में काम करने का गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि चुनाव में कांग्रेस ने एक ही सीट पर दो प्रत्याशी उतारे। एक मेरे सामने फील्ड में और दूसरे कलक्ट्रेट में बैठे कलक्टर थे। जयपुर के प्रशासनिक मुखिया बनकर सियासी रूप में काम करते रहे। ज्ञापन की अनुमति और समय देने के बाद भी कुर्सी छोड़कर चले गए।