उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए दी जा रही दबिश
वहीं एडिशनल कमिश्नर संतोष चालके ने बताया कि सुभाषचौक, गलतागेट, रामगंज और ब्रम्हपुरी थाना क्षेत्र में रविवार को पूरी तरह से माहौल शांत रहा। इन इलाकों के बाजार और मोहल्लों में हालात सामान्य है। कमिश्नरेट स्थानीय लोगों के साथ मिलकर शांति समिति की बैठकों का आयोजन लगातार कर रहा हैं, जिसमें आम नागरिक मोहल्लों में शांति कायम रखने के मामले में बड़े उत्साह से भाग ले रहे हैं। चालके का कहना है कि पत्थरबाजी के मामलों की जांच करने के साथ-साथ गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में मिली जानकारियों की भी तस्दीक करवाई जा रही है। चिन्हित उपद्रवियों को गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग दल उनके ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं।
झूठ बोले कौवा काटे। काले कौवे स्यूं ना सही पण गलत खबर फैलाबा का नतीजा स्यूं तो डरो। यह किसी फिल्म का गाना नहीं, बल्कि राजस्थान पुलिस की सलाह है। राजस्थान पुलिस सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रही है। मॉब लीचिंग, कफ्र्यू आदि की अफवाह फैलाने वालों को पुलिस ने बड़े प्यार से समझाया है कि यदि किसी तरह की अफवाह फैलाई, तो उसका परिणाम बुरा हो सकता है। राजस्थान पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से इस संबंध में ट्वीट किया गया है। जिसमें कहा गया है कि च्थाको एक गलत फॉरवर्ड कई तरह की अफवाह फैला सके छे। इ ताई जद भी फॉरवर्ड भेजो घणी सावधानी स्यूं भेजो। राजस्थान पुलिस ने एक कौवे के साथ खबर भी पोस्ट की है और बताया कि इस तरह की खबरों ध्यान नहीं दें। राजस्थान पुलिस की इस पहल को लोग काफी पसंद भी कर रहे हैं। पुलिस ने अफवाह पर ध्यान नहीं देने, लोगों को जागरूक करने और अफवाह फैलाने वालों को चेताने का अनूठा तरीका निकाला है।