एडीसीपी नॉर्थ धर्मेंद्र सागर ने बताया कि 12 अप्रैल को मारू पाण्डे का चौक नाहरगढ़ रोड निवासी महिला ने रिपोर्ट दी थी कि अलमारी में रखे 5.40 लाख रुपए चोरी हो गए हैं। 15 अप्रैल की शाम को उसकी 11 वीं कक्षा में पढऩे वाली 17 वर्षीय बेटी लापता हो गई थी। वह रात्रि में आदर्श नगर शमशान के पास घूमती मिली थी। पुलिस ने उसे गांधीनगर स्थित बालिका गृह में भेज दिया और अगले दिन घरवालों के सुपुर्द किया गया था।
जांच में सामने आया कि स्कूल में किशोरी का एक दोस्त है। आगे की पढ़ाई के प्रति गंभीर होते हुए उसने किशोरी से बात करना बंद कर दिया। किशोरी उससे बात करने का प्रयास करती लेकिन वह ध्यान नहीं देता। इससे वह तनाव में आ गई। इस बीच गूगल पर सर्च किया तो उसे बाबा योगीनाथ की वेबसाइट मिली। उस पर लिखे नंबरों पर संपर्क किया तो फर्जी बाबा ने उसे झांसे में ले लिया। झांसा दिया कि दोस्ती वापस करा देगा लेकिन अनुष्ठान करना पड़ेगा। रुपए नहीं दिए तो परिवार पर आपदा आएगी, दोस्ती भी नहीं हो पाएगी। इस पर किशोरी ने 3 बार में बाबा के बैंक खाते में 5.40 लाख रुपए जमा करा दिए।
खुद को बताता ज्योतिष में गोल्ड मैडलिस्ट किशोरी के पास पुलिस को रुपए ट्रांसफर करने की बैंक की 2 पर्चियां मिली। इन पर लिखे अकाउंट नंबर की जांच की तो बाबा का पता चला। आरपीएस संदीप सारस्वत के नेतृत्व में जालंधर गई टीम ने कई दिन मशक्कत कर उसे पकड़ लिया। वह दीप रावल, दीपचंद, सांवरमल, विश्वनाथ आदि कई नामों से जाना जाता है। बाबा ने वेबसाइट काफी अपडेट कर रखी है और खुद को ज्योतिष में गोल्ड मैडलिस्ट बताता है। पुलिस ने उसके बैंक खाते में बचे 3.70 लाख रुपए नो डेबिट कराए हैं।