डीसीपी प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि विश्वकर्मा में 5 करोड़ रुपए कीमत की नशीली दवा पकड़ी थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि जयपुर में कार्रवाई होते ही भारी मात्रा में नशीली दवा मिनी ट्रक में भरवाकर अजमेर भेज दी। क्राइम ब्रांच ने ट्रक चालक की लोकेशन के आधार पर उसका पीछा किया। ट्रक को अजमेर के रामगंज थाना क्षेत्र में स्थित एक गोदाम के बाहर से पकड़ा। ट्रक से दवा गोदाम में खाली की जा चुकी थी। क्राइम ब्रांच में अजमेर में 34 लाख नशीली टेबलेट, कैप्सूल, इंजेक्शन और बरामद किए।
एसीपी राजेन्द्र सिंह निर्वाण ने बताया कि अजमेर में बरामद दवा की कीमत करीब 11 करोड़ रुपए बताई गई है। अजमेर में मोविन और कालू नाम के व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया। अजमेर की रामगंज थाना पुलिस को मौके पर बुलाकर पकड़े गए दोनों व्यक्ति और दवा सुपुर्द कर दी गई। आगे की कार्रवाई रामगंज थाना पुलिस कर रही है।
गौरतलब है कि विश्वकर्मा थाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर 5 करोड़ रुपए की कीमत की 25 लाख नशीली टेबलेट और सीरप पकड़ी थी। पुलिस ने घाटगेट निवासी टैम्पो चालक मोहम्मद ताहिर को गिरफ्तार किया। पुलिस ने ताहिर की सूचना पर मुहाना में राहुल जांगिड़ को पकड़ा और उसके पास से भी नशीली दवाइयां बरामद की थी।
सरगना नहीं पकड़ा गया, कई नाम आए सामने
पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि मुहाना में भी सरगना ने वेद प्रकाश के नाम से गोदाम किराए पर ले रखा है। जबकि टैम्पो चालक ताहिर सरगना को संदीप के नाम से जानता है। जबकि एक जगह सरगना का नाम मनोज सामने आया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि मुहाना में भी सरगना ने वेद प्रकाश के नाम से गोदाम किराए पर ले रखा है। जबकि टैम्पो चालक ताहिर सरगना को संदीप के नाम से जानता है। जबकि एक जगह सरगना का नाम मनोज सामने आया है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।