एडिशनल डीसीपी राम सिंह ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि पाली जाते समय दूदू स्टैंड पर बस रूकी, तब वे बस से उतरकर स्टैंड के पीछे जंगल में जीपीएस को फेंक गए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों की निशानदेही पर गुरुवार को दूदू बस स्टैंड के पीछे सर्च ऑपरेशन चलाया। जहां पर जीपीएस मिल गया।
आरोपी अक्षय और बिल्लू ने 17 सितम्बर को अजय यादव के घर के सामने होटल का कमरा किराए पर लेकर जीपीएस उसकी गाड़ी में लगाया था। जीपीएस से रैकी कर 21 सितम्बर को सूतमील फाटक के पास पहुंचे और अजय पर अंधाधुंध फायरिंग कर और सिर पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थी।