पीड़ित सलमान ने बताया कि वह एक अक्टूबर को लगभग दोपहर तीन बजे धन्वन्तरी ओपीड़ी में सिर दर्द की दवाइयां लेने गया था। इस दौरान 15 वर्षीय बच्चे ने उसकी जेब से रुपए निकाल लिए। वह मोबाइल निकाल रहा था। भनक लगने पर उसने बच्चे को पकड़ लिया। तभी वहां एक 20—22 वर्षीय युवक आया। उसने पीड़ित पर उस्तरे से हमला कर दिया। ब्लेड़नुमा हथियार से पीड़ित के हाथ, गले और सीने पर कट मार दिए।
पुलिस ने बताया कि पीड़ित पर जब ब्लेड़ से हमला हुआ तो मौके पर मौजूद जनता ने युवक को घायल होता देखकऱ बचाया। जनता ने हमलावर करने वाले की पिटाई कर दी। लोगों ने पकड़े गए हमलावर को कथित पुलिसकर्मियों को सौंप दिया। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
किसको सौंपा हमलावर, हो रही पड़ताल
पुलिस ने बताया कि पीड़ित ने बताया हमलावर पुलिसवाले को सौंप दिया। लेकिन, वह एसएमएस अस्पतॉल थाने के पुलिसकर्मी नहीं थे। होमगार्ड भी नहीं थे। एसएमएस थाना पुलिस तलाश कर रही है कि जेब तराश को साथ ले जाने वाले व्यक्ति कौन थे, इसके लिए होमगार्ड को भी पहचान भी करवाई जा रही है।