डीसीपी ऋचा तोमर ने बताया कि सोमवार को अजमेर के सरवाड़ स्थित सैदपुर निवासी सुखलाल गुर्जर उर्फ कालू उर्फ धनराज को बापर्दा गिरफ्तार किया है। आरोपी पर 3 हजार रुपए का इनाम भी था। प्रकरण में आरोपी सुखलाल के साथी प्रेम सिंह को गत वर्ष 23 अगस्त को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था। गैंगरेप के बाद पीडि़ता एक टैक्सी चालक की मदद से 7 जून की तड़के भांकरोटा थाने पहुंची और अनजान दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था।
यह है मामला एडिशनल डीसीपी रामसिंह शेखावत ने बताया कि 6 जून 2021 की रात को सी स्कीम एक रेस्टोरेंट में भोजन करने के बाद युवती को उसका दोस्त अजमेर रोड की तरफ कार में घुमाने ले गया। दोनों के बीच कहासुनी होने पर दोस्त कमला नेहरू पुलिया के पास युवती को कार से नीचे उतारकर चला गया। नदजीक फुटपाथ पर सो रहे दोनों आरोपी मजदूरों ने नशे में युवती को अकेले देखकर बंधक बना लिया। जबरन उसको नजदीक खेत में ले गए और बलात्कार के बाद भाग गए।
5 हजार लोगों से पूछताछ के बाद की थी आरोपियों की शिनाख्त मामला सामने आने पर आरोपियों की शिनाख्त के लिए 100 से अधिक पुलिसकर्मी लगाए गए। करीब 1200 मजदूरों से पूछताछ की गई। 15 दिन में करीब घनी आबादी वाले क्षेत्र में डोर टू डोर सर्वे किया गया। 250 गोदाम पर काम करने वाले और उसके आस-पास रहने वाले मजदूरों से पूछताछ की गई। तब जाकर दोनों की पहचान हुई। पता चला कि आरोपी सीमेंट गोदाम पर ट्रेलर के साथ कट्टे रखने और उतारने का काम करते थे। रात्रि में जहां जाते हैं, वहां सड़क किनारे सो जाते हैं। वारदात के बाद आरोपी जगह बदल-बदल कर मजदूरी कर रहे थे।
औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरी करता मिला फरारी के दौरान आरोपी जयपुर, अजमेर और भीलवाड़ा में जगह बदल-बदल कर रहने लगा। आरोपी के गांव और रिश्तेदारी में काम करने वालों से पुख्ता सूचना मिली कि भीलवाड़ा औद्योगिक क्षेत्र की पांच फैक्ट्रियों में एक में सुखलाल मजदूरी कर रहा है। फैक्ट्री में सुखलाल नाम के व्यक्ति की तलाश की गई। लेकिन इस नाम को कोई नहीं मिला। शांता फैक्ट्री के गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में आरोपी को देखा गया। पूछताछ में उसने खुद का नाम धनराज बताया। पता चला कि आरोपी नाम बदलकर काम कर रहा था।