एडिशनल डीसीपी रामसिंह ने बताया कि गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे मुकेश चौमूं में वीर हनुमान मार्ग स्थित ममेरी बहन के बेटे बाबूलाल यादव की इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की दुकान पर पहुंचा। दुकान पर बाबूलाल की पत्नी का भाई रामकिशन बैठा था। रामकिशन ने बाबूलाल को फोन किया, लेकिन उसने मोबाइल रिसीव नहीं किया। करीब 2.45 बजे फिर बाबूलाल ने फोन रिसीव किया, तब रामकिशन ने बताया कि दुकान पर मुकेश आया है। बाबूलाल भी दुकान पहुंच गया, जहां पर मुकेश बिस्किट खा रहा था।
बोला…काफी थक गया हूं पुलिस पूछताछ में बाबूलाल ने बताया कि मुकेश ने कहा कि वह काफी थक गया है। तब उसे दुकान के पीछे बने कमरे में ले गया। मुकेश के लिए पांच चपाती और पनीर की सब्जी मंगवाई। लेकिन उसने घबराहट होने की कहकर भोजन करने से इनकार कर दिया। कुछ देर बाद मुकेश के लिए चाय लेने चला गया। करीब पन्द्रह मिनट बाद लौटा तो मुकेश गमछे से पंखे से लटका था।
मामा को फोन किया…तो पता चला वांटेड है एडिशनल डीसीपी रामसिंह ने बताया कि बाबूलाल ने जयपुर में अपने मामा को फोन किया। मामा ने बताया कि मुकेश वांटेड है और पुलिस उसको तलाश रही है। पुलिस को सूचना दे। तब बाबूलाल ने पुलिस कन्ट्रोल रूम फोन कर सूचना दी। पुलिस अजय की हत्या के मामले में मुकेश के जीजा राजेन्द्र को गिरफ्तार कर चुकी। अजय की हत्या में शामिल फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
हत्या सहित 16 प्रकरण दर्ज थे पुलिस ने बताया कि मुकेश के खिलाफ 16 आपराधिक प्रकरण दर्ज थे। जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, आम्र्स एक्ट, आबकारी एक्ट और मारपीट के मामले हैं।