पीडि़त ने मुहाना थाने में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि फैक्ट्री से 21 नवम्बर की रात्रि 9 बजे मजदूर चले गए। पीडि़त भी फैक्ट्री के ताले लगाकर घर चला गया। पीडि़त 22 नवम्बर की सुबह फैक्ट्री पहुंचा तो ताले टूटे मिले। फैक्ट्री व गोदाम में रखा करीब 38 मीटर कपड़ा नहीं मिला।
चोरों ने फैक्ट्री में एक पत्र छोड़ रखा था, जिसमें लिखा है कि तुमने मुझे काम पर नहीं रखा…अब अंजाम देख लिया। ज्यादा नाटक किया तो घर से आते समय रास्ते में मार देंगे…पुलिस को बताया तो जान से मार देंगे। कन्हैया डाकू ग्रुप।
कैमरे व रिकॉर्डिंग भी ले गए
चोर फैक्ट्री में लगे सीसीटीवी कैमरे पर रिकॉर्डिंग सिस्टम भी उखाड़ ले गए। ताकि उनकी पहचान नहीं हो सके। पुलिस ने वारदात में कपड़ा चोर गैंग पर शक जताया है। पहले क्षेत्र में हो चुकी कपड़ा चोरी की वारदात में चालानशुदा अपराधियों की भूमिका की जांच कर रही है। चोरों ने कपड़ा चोरी में जिस वाहन का उपयोग किया, उसकी पहचान के लिए भी आस-पास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।