पिता से ही करता था बात
पुलिस ने बताया कि भूपेन्द्र ज्यादातर समय कमरे में अकेला ही रहता था। घर से बाहर भी नहीं जाता था और न ही किसी से बातचीत करता था। 23 जून की शाम पांच बजकर चालीस मिनट पर भूपेंद्र ने उसे कॉल किया था कि बाथरूम में पानी नहीं है। इसके बाद उससे कोई बातचीत नहीं हुई थी। परिजनों ने बताया कि वह खुद खाना लेकर खा लेता था। इसके अलावा वह कमरे में नमकीन व बिस्किट रखता था। वह कोई भी काम होने पर सिर्फ पिता को ही कॉल करता था।
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर जमा हुए कुछ लोगों ने भूपेन्द्र के मोबाइल पर गेम खेलने की बात भी कही है, लेकिन मोबाइल में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।