मामला यह है कि, डेयरी में करीब प्रतिदिन करीब 140 टैंकर से दूध की आवक व शहर में आपूर्ति के लिए 125 ट्रक से दूध की सप्लाई होती है। जिसमें कई ट्रक व टैंकरों की स्थिति बहुत खराब है। कई ट्रक व टैंकर ऐसे है, जिनमें ना तो डेयरी का नाम और ना ही उनके नंबर अंकित है। इतना ही नहीं कई ट्रक-टैंकर क्षतिग्रस्त भी है। आए दिन ब्रेक डाउन की समस्या भी देखने को मिलती है। जिससे समय पर दूध की आपूर्ति नहीं पाती।
इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। यहीं वजह है कि, हाल ही में डेयरी में दो टैंकरों से दूध की चोरी का मामला सामने आया है। पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि, डेयरी में कई टैंकर कई सालों से चल रहे है। उनपर भी कोई कार्रवाई नहीं होती है। उन्हें दोबारा टेण्डर मिल जाता है। सूत्रों के मुताबिक अमूमन टैंकरों में उपर रेलिंग लगी हुई। जिसकी जरूरत ही नहीं है। इससे चोरी की आशंका बढ़ जाती है।इस स्थिति में डेयरी प्रशासन आंखे मूंद कर बैठा है।
फैक्ट फाइल – 150 टैंकर से दूध की आवक होती है। -125 ट्रक से शहर में दूध की आपूर्ति होती है। -14 लाख लीटर दूध रोजाना डेयरी में आता है। -08 लाख लीटर दूध की रोजाना शहर में सप्लाई होती है।