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दूध मिलावट के बाद जयपुर डेयरी में ये सब हो रहा है…

locationजयपुरPublished: Jul 08, 2020 12:20:04 pm

Submitted by:

JAYANT SHARMA

Jaipur dairy News…सिंथेटिक दूध प्रकरण में जिस अफसर की भूमिका सबसे संदिग्ध मानी जा रही है उसी अफसर को दूदू तबादला किया गया है। लेकिन तबादला करने के बाद भी उनका मुख्यालय जयपुर ही रखा गया है। वे उसी भवन में बैठेंगे जहां अभी कार्यरत है। ऐसा क्यों किया गया इस बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है।

milk

milk and ghee production


जयपुर
दौसा जिले से सिंथेटिक दूध के दो टैंकर पिछले दिनों जयपुर डेयरी में एसओजी के हाथ पकडे जाने के बाद अब डेयरी प्रबंधन ने अपने कुछ अफसरों और कार्मिकों के तबादला किए हैें। कहने को तो ये तबादलें हैं लेकिन इनमें भी लीपापोती कर दी गई है। इसके बाद अब डेयरी प्रबंधन फिर से विवादों में घिरता नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि सिंथेटिक दूध केस से जुड़ जो अफसर थे फिलहाल उनको बदला गया है। गौरतलब है कि एसओजी इस पूरे मामले की जांच कर रही है लेकिन अभी तक इस मामले मे किसी तरह का बडा खुलासा नहीं हो सका है। वहीं बताया जा रहा है कि जो टैंकर एसओजी ने पकडे थे वे राजनीतिक रसूख रखने वाले लोगों के थे।
दूध के बाद तबादलों में इस तरह से की गई मिलावट
जयपुर डेयरी प्रबंधन ने तबादलों में किस तरह से मिलावट की है उसकी ये बानगी है। सिंथेटिक दूध प्रकरण में जिस अफसर की भूमिका सबसे संदिग्ध मानी जा रही है उसी अफसर को दूदू तबादला किया गया है। लेकिन तबादला करने के बाद भी उनका मुख्यालय जयपुर ही रखा गया है। वे उसी भवन में बैठेंगे जहां अभी कार्यरत है। ऐसा क्यों किया गया इस बारे में कोई बोलने को तैयार नहीं है। दूदू प्रोजेक्ट इंजार्च अविनाश जैन को दौसा में अवशीतन केंद्र पर लगाया गया है। संतोष कुमार को जयपुर डेयरी लैब से बीएमसी अनुभाग प्रभारी के पद पर लगाया गया है। तबादले डेयरी के प्रबंध संचालक ए के गुप्ता ने किए हैं। बताया जा रहा है कि एसओजी की जांच के बाद यहां और भी तबादले किए जा सकते हैं। हांलाकि डेयरी से जुड़े कुछ अफसर तो जांच से भी संतुष्ट नहीं हैं। उनका कहना है कि सिंथेटिक दूध मिले इतने दिन हो गए उसके बाद भी अभी तक कोई शिकायत या मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। साथ ही जो टैंकर दूध लाए थे उनके संचालकों के खिलाफ भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। फिलहाल उन पर तीन महीने की रोक भर लगाई गई है।
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