जयपुर

पांच माह बाद उठे देव, मांगलिक कार्य शुरू

कार्तिक शुक्ल एकादशी पर बुधवार को देवउठनी एकादशी (Devauthani Ekadashi) मनाई गई। घर—घर देव उठाए गए। महिलाओं ने घरों के बाहर मांडणे मांडकर दीपक जलाए और मांगलिक गीतों के बीच देव उठाए। वहीं मंदिरों में शंख, घडावल बजाकर ठाकुरजी को उठाया गया। शहर के गोविंददेवजी मंदिर सहित कुछ मंदिरों में गुरुवार को एकादशी उत्सव का आयोजन किया जाएगा। वहीं करीब पांच माह बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो गए।

जयपुरNov 25, 2020 / 09:57 pm

Girraj Sharma

पांच माह बाद उठे देव, मांगलिक कार्य शुरू

पांच माह बाद उठे देव, मांगलिक कार्य शुरू
— देवउठनी एकादशी
— गोविंददेवजी मंदिर में कल उत्सव
जयपुर। कार्तिक शुक्ल एकादशी पर बुधवार को देवउठनी एकादशी (Devauthani Ekadashi) मनाई गई। घर—घर देव उठाए गए। महिलाओं ने घरों के बाहर मांडणे मांडकर दीपक जलाए और मांगलिक गीतों के बीच देव उठाए। वहीं मंदिरों में शंख, घडावल बजाकर ठाकुरजी को उठाया गया। शहर के गोविंददेवजी मंदिर सहित कुछ मंदिरों में गुरुवार को एकादशी उत्सव का आयोजन किया जाएगा। वहीं करीब पांच माह बाद फिर से मांगलिक कार्य शुरू हो गए।
गोविंददेवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में गुरुवार सुबह धूप झांकी के बाद शालिग्रामजी को चौकी सहित मंदिर के दक्षिण-पश्चिम कोने पर स्थित तुलसीजी मंच पर विराजमान किया जाएगा। यहां शालिग्रामजी और तुलसीजी का पंचामृत अभिषेक कर पूजन किया जाएगा। इसके बाद आरती होगी। तुलसीजी की चार परिक्रमा के बाद शालिग्रामजी को चांदी के रथ में विराजमान कर मंदिर की एक परिक्रमा कराकर पुन: गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा। इस दौरान ठाकुरजी को लाल जामा पोशाक धारण कराई जाएगी और विशेष शृंगार किया जाएगा। पानों का दरीबा सुभाष चौक स्थित शुक संप्रदाय आचार्य पीठ सरस निकुंज में पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में देवउठनी एकादशी पर ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार को सुबह पीठ के आचार्यों द्वारा रचित पदों की मधुर स्वर लहरियों के साथ जगाया जाएगा। अभिषेक, पूजा, शृंगार के कार्यक्रम होंगे।
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