जयपुर। शहर में घर—घर कचरा संग्रहण (Door to door garbage collection) कर रहे हूपर पूरे चक्कर नहीं लगा रहे है। पांच की जगह हूपर 2—3 चक्कर ही कर रहे है। ऐसे में हर घर कचरा लेने हूपर नहीं पहुंच पा रहे है। यह सच्चाई मंगलवार को नगर निगम जयपुर ग्रेटर आयुक्त दिनेश कुमार यादव के सामने आई। अब हर हूपर रोजाना कचरा संग्रहण के लिए 5—5 राउंड लगाएगा, अगर हूपर ने 5 राउंड नहीं लगाए तो डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण कर रही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके लिए निगम आयुक्त ने निर्देश दिए है।
आयुक्त दिनेश कुमार ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था का जायजा लेने के लिए कचरा ट्रांसफर स्टेशनों का दौरा किया। सबसे पहले निगम अधिकारियों के साथ आयुक्त न्यू आतिश मार्केट के पास बनाये गये कचरा ट्रांसफर स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने हूपरों की आवाजाही का रिकॉर्ड रखने वाले रजिस्टरों की जांच की। इस दौरान अधिकांश हूपरों की ओर से 2 से 3 चक्कर प्रतिदिन लगाये जाने का रिकॉर्ड मिला। इस पर आयुक्त ने कचरा संग्रहण कर रही बीवीजी कंपनी के प्रतिनिधियों को व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। उन्हेांने कहा कि प्रत्येक हूपर की ओर से 5 राउंड़ लगाये जाने चाहिए, यदि इसमें कोई लापरवाही पायी जाती है तो कम्पनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन केवल सिफ्टिंग पॉइन्ट
शहर के कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर कचरा पडा रहता है। यह सच्चाई भी निगम आयुक्त के दौरे के दौरान सामने आई। इस पर आयुक्त ने कहा कि कचरा ट्रांसफर स्टेशन केवल सिफ्टिंग पॉइन्ट है, यहां कचरा अधिक देर तक नहीं पडा रहना चाहिए। उन्होंने कचरा ट्रांसफर स्टेशनों को चारों और बाउन्ड्री वाॅल करवाकर टीन शेड लगवाने और उन्हें पक्का करवाने के निर्देश दिए।
शहर के कचरा ट्रांसफर स्टेशनों पर कचरा पडा रहता है। यह सच्चाई भी निगम आयुक्त के दौरे के दौरान सामने आई। इस पर आयुक्त ने कहा कि कचरा ट्रांसफर स्टेशन केवल सिफ्टिंग पॉइन्ट है, यहां कचरा अधिक देर तक नहीं पडा रहना चाहिए। उन्होंने कचरा ट्रांसफर स्टेशनों को चारों और बाउन्ड्री वाॅल करवाकर टीन शेड लगवाने और उन्हें पक्का करवाने के निर्देश दिए।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन के लिए जमीन लेगा निगम
कचरा ट्रांसफर स्टेशन के लिए जमीन की जरूरत जताई गई। इसके लिए नगर निगम प्रशासन राजस्थान आवासन मंडल और जयपुर विकास प्राधिकरण के माध्यम से जमीनें आवंटित करवाई जाने की कार्रवाई करेगा।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन के लिए जमीन की जरूरत जताई गई। इसके लिए नगर निगम प्रशासन राजस्थान आवासन मंडल और जयपुर विकास प्राधिकरण के माध्यम से जमीनें आवंटित करवाई जाने की कार्रवाई करेगा।
यहां का किया दौरा
आयुक्त ने कालवाड़ रोड़, करणी विहार, हसनपुरा तथा बाइस गोदाम के पास बने कचरा ट्रांसफर स्टेशनों का भी दौरा किया। इस दौरान अतिरिक्त आयुक्त अरूण गर्ग सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
आयुक्त ने कालवाड़ रोड़, करणी विहार, हसनपुरा तथा बाइस गोदाम के पास बने कचरा ट्रांसफर स्टेशनों का भी दौरा किया। इस दौरान अतिरिक्त आयुक्त अरूण गर्ग सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।