जयपुर। उत्तर भारत की प्रमुख पीठ श्रीगलता तीर्थ (Galta Tirth) रविवार को भक्तों के लिए खोल (open visitors) दिया गया, हालांकि श्रद्धालु अभी गलता स्नान नहीं कर पाएंगे। गलता के सूर्य कुंड (Galata’s Surya Kund) सहित अन्य सभी कुंडों व धर्मशालाओं में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। गलता तीर्थ में आने से पहले लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। गलता परिसर में प्रवेश के बाद वहां करीब एक घंटा तक ही रूक पाएंगे।
गलता पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन की पालना के साथ गलता तीर्थ को श्रद्धालुओं के लिए रविवार से खोल दिया गया है। श्रद्धालु अब सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक गलता तीर्थ में आ सकेंगे। हालांकि गलता स्नान पर पाबंदी रहेगी। वहीं कुंडों पर भी लोगों प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। लोगों को आने से पहले गलता तीर्थ की वेबसाइट पर ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन करना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा, जिसकी अधिकतम सीमा एक घंटा रहेगी। श्रीगलताजी परिसर में प्रवेश घाट की गूणी, सिसोदिया रानी के बाग़ से होते हुए आने वाले सड़क मार्ग (पूर्वी द्वार) से ही दिया जाएगा। सुरक्षा कारणों से गलता गेट से आने वाले घाटी मार्ग से प्रवेश पूर्णतया निषेध रहेगा।
इनकी करनी होगी पालना
— परिसर में मास्क और 2 व्यक्तियों के मध्य कम से कम 2 गज की दूरी रखना अनिवार्य होगा।
— कुण्डों, घाटों, धर्मशालाओं व कुण्ड पर स्थित भवनों, मंदिरों में आमजन का प्रवेश पूर्णतया निषेध रहेगा।
— प्रसाद, चरणामृत आदि नहीं दिए जाएंगे।
— रैलिंग, दीवारें, घंटे आदि किसी भी वस्तु को छूना पूर्णतया निषेध रहेगा।
— परिसर में व्यर्थ बैठना, बातें आदि करने की अनुमति नहीं होगी।