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‘बानगी’ देख फिर निखारा हवामहल का सौंदर्य

locationजयपुरPublished: Jun 15, 2021 07:11:00 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

गुलाबी रंग की ‘बानगी’ को देख विश्वविख्यात हवामहल (Jaipur Hawamahal) के सौन्दर्य को फिर से निखारा गया। गुलाबी रंग (Pink Colour) की यह बानगी आज भी हवामहल के भंडार कक्ष में मौजूद है। इसे देखकर हवामहल के मुकुट (सामने का हिस्से) की 365 जाली—खिड़कियों का रंग रोगन किया गया है। इस काम पर आमेर विकास एवं प्रबंधन प्राधिकरण (Amer Development and Management Authority) (एडमा) ने करीब 11.85 लाख रुपए खर्च किए है।

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‘बानगी’ देख फिर निखारा हवामहल का सौंदर्य
— भंडार—घर में आज भी है हवामहल के रंग की बानगी
— करीब 8 साल बाद फिर से हवामहल का किया रंग—रोगन
— 11.85 लाख रुपए किए खर्च एडमा ने

जयपुर। गुलाबी रंग की ‘बानगी’ को देख विश्वविख्यात हवामहल (Jaipur Hawamahal) के सौन्दर्य को फिर से निखारा गया। गुलाबी रंग (Pink Colour) की यह बानगी आज भी हवामहल के भंडार कक्ष में मौजूद है। इसे देखकर हवामहल के मुकुट (सामने का हिस्से) की 365 जाली—खिड़कियों का रंग रोगन किया गया है। इस काम पर आमेर विकास एवं प्रबंधन प्राधिकरण (एडमा) ने करीब 11.85 लाख रुपए खर्च किए है।
एडमा ने लॉकडाउन के दौरान ही हवामहल का रंग निखार दिया है। हवामहल के रंग—रोगन काम गत 3 मई को शुरू करवाया, जो करीब एक माह में पूरा कर लिया गया। हवामहल के रंग—रोगन के लिए खमीरा तैयार किया गया, जिससे हवामहल का सौन्दर्य निखर उठा। हवामहल अधीक्षक सरोजनी चंचलानी ने बताया कि हवामहल के मुकुट का रंगरोगन का काम करवाया है। काम कराने से पहले उसकी फोटोग्राफी करवाई गई। हवामहल विश्वविख्यात ऐतिहासिक धरोहर है, ऐसे में रंग—रोगन काम इसके कलर के सैंपल को देखकर करवाया गया है। काम होने के बाद फिर से इसकी फोटोग्राफी करवाई गई है।
2013 में भी हुआ था हवामहल के रंग—रोगन का काम
हवामहल के रंग—रोगन का काम इससे पहले 2013 में किया गया, अब करीब 8 साल बाद फिर से इसका रंग—रोगन किया गया है।

नहीं हुआ हवामहल के कलशों का काम
एडमा ने 11.85 लाख रुपए खर्च कर हवामहल के जाली—खिड़कियों पर रंग—रोगन का काम किया गया है। इस बार कलशों पर सोने की परत नहीं चढ़ाई गई है। अधीक्षक सरोजनी का कहना है कि टेंडर सिर्फ हवामहल के रंग—रोगन का ही हुआ है।
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