1. आईओसी जयपुर में अग्निकांड
जयपुर इंडियन ऑयल डिपो अग्निकांड गुरूवार 29 अक्टूबर 2009 को हुआ था। इस अग्निकाण्ड में राजधानी के निकट स्थित सांगानेर में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तेल भण्डार डिपो में भीषण आग लग गई जिसमें कंपनी को जहां करोड़ों की हानि हुई, वहीं इस दुर्घटना में 11 लोगों की मृत्यु भी हो गई।
जयपुर इंडियन ऑयल डिपो अग्निकांड गुरूवार 29 अक्टूबर 2009 को हुआ था। इस अग्निकाण्ड में राजधानी के निकट स्थित सांगानेर में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के तेल भण्डार डिपो में भीषण आग लग गई जिसमें कंपनी को जहां करोड़ों की हानि हुई, वहीं इस दुर्घटना में 11 लोगों की मृत्यु भी हो गई।
2. जयपुर में सिलसिलेवार बम कांड
13 मई, 2008 को जयपुर में शृंखलाबद्ध सात बम विस्फोट किए गए। विस्फोट 12 मिनट की अवधि के भीतर घनी आबादी वाले स्थलों पर किए गए। आठवां बम निष्क्रिय पाया गया। इसमें लगभग ८० लोग मारे गए। इन विस्फोटों को हवामहल के निकट सहित विभिन्न इलाकों में साइकिलों के जरिए अंजाम दिया गया, जहां विदेशी पर्यटक आमतौर पर आते हैं।
13 मई, 2008 को जयपुर में शृंखलाबद्ध सात बम विस्फोट किए गए। विस्फोट 12 मिनट की अवधि के भीतर घनी आबादी वाले स्थलों पर किए गए। आठवां बम निष्क्रिय पाया गया। इसमें लगभग ८० लोग मारे गए। इन विस्फोटों को हवामहल के निकट सहित विभिन्न इलाकों में साइकिलों के जरिए अंजाम दिया गया, जहां विदेशी पर्यटक आमतौर पर आते हैं।
3. शास्त्रीनगर कब्रिस्तान में ७ लोगों की मौत
१९९२ में शास्त्रीनगर कब्रिस्तान में कब्जे हटाने पहुंची भीड़ पर पुलिस की फायरिंग में ७ लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने पूरा क्षेत्र घेर लिया और कफ्र्यू लगा दिया।
१९९२ में शास्त्रीनगर कब्रिस्तान में कब्जे हटाने पहुंची भीड़ पर पुलिस की फायरिंग में ७ लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने पूरा क्षेत्र घेर लिया और कफ्र्यू लगा दिया।
4. दंगों में बिगाड़ा था अमनचैन
7 दिसंबर १९९२ में परकोटे के कई क्षेत्रों में लोग आमने सामने हो गए। अनेक जगह आग लगा दी गई। पुलिस न सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शहर के लोगों को कई दिन तक कफ्र्यू के साए में रहना पड़ा।
7 दिसंबर १९९२ में परकोटे के कई क्षेत्रों में लोग आमने सामने हो गए। अनेक जगह आग लगा दी गई। पुलिस न सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। शहर के लोगों को कई दिन तक कफ्र्यू के साए में रहना पड़ा।
5. बाढ़ की विभीषिका
१९ जुलाई, १९८१ को जयपुर में जयपुर में एक ही दिन में 326 मिलीमीटर (13 इंच) वर्षा हुई थी। इससे बाढ़ के हालात बन गए थे। अमानीशाह नाले ने रौद्र रूप दिखाया था। नाले में बने सभी घर ध्वस्त हो गए थे। बाढ़ में करीब 100 लोग डूब गए थे, जिनमें से कइयों को बचा लिया था। जिले के करीब हजार परिवार बेघर हो गए थे।
१९ जुलाई, १९८१ को जयपुर में जयपुर में एक ही दिन में 326 मिलीमीटर (13 इंच) वर्षा हुई थी। इससे बाढ़ के हालात बन गए थे। अमानीशाह नाले ने रौद्र रूप दिखाया था। नाले में बने सभी घर ध्वस्त हो गए थे। बाढ़ में करीब 100 लोग डूब गए थे, जिनमें से कइयों को बचा लिया था। जिले के करीब हजार परिवार बेघर हो गए थे।