राजधानी के लोगों को बजट से काफी राहत की उम्मीद है। शहर के लोग चाहते हैं कि उनकी प्रमुख मांगों को राज्य सरकार बजट में शामिल करे और उन्हें राहत पहुंचाए। जयपुर की उम्मीद
– मेट्रो फेज-टू के लिए मिले बजट – सुगम यातायात: चौराहों को ट्रैफिक लाइट से मुक्त करने, परकोटे को जाम से निजात दिलाने की योजना – कॉलोनियों का विकास हुआ सड़कों का नहीं, बाहरी क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण के लिए बजट
– रोजगार के लिए सेज में उद्यौग को टैक्स एवं अन्य रियायतें और औद्योगिकरण क्षेत्रों का विस्तार – प्रदूषण कम करने के लिए शहरी परिवहन के लिए इलेक्ट्रिक एवं सीएनजी की छोटी बसें संचालित हों
-जनता क्लीनिक एवं महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की संख्या बढ़े – रियल एस्टेट के लिए स्टाम्प ड्यूटी और डीएलसी दर में कमी – कोरोना काल के दौरान सामने आई चुनौतियों को देखते हुए प्रदेश में निचले स्तर के अस्पतालों को मजबूत करने, जनता क्लीनिकों की संख्या बढ़ाने के लिए अतिरिक्त बजट और स्वीकृत व प्रस्तावित मेडिकल कॉलेजों में संसाधन बढ़ाने की घोषणाओं की उम्मीद है।