शहर की सड़कों पर आए दिन वाहनों की स्पीड बढ़ती जा रही है। पुलिस की ओर से चिह्नित 40 जगहों से संभलकर चलना जरूरी है। जरा सी चूक दुर्घटना का कारण बन सकता है। यातायात पुलिस से मिले आंकड़ों पर गौर किया जाए, तो पिछले 5 साल 6 महीने में इन जगहों पर 449 लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। इन 40 ब्लैक स्पॉट्स पर वर्ष 2014 से जून 2019 तक 1208 मामले दर्ज हुए, जिनमें 1099 महिला/पुरुष घायल हुए हैं।
पिछले माह जेडीए सर्किल पर एक सप्ताह में हुए दो दर्दनाक हादसों में एक महिला सहित चार लोगों की मौत के बाद यातायात पुलिस ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए कमर कसी है। पुलिस के अनुसार शहर का पश्चिम इलाका सड़क दुर्घटना के मामले में अव्वल है। आंकड़ों की बात की जाए तो पश्चिम में 159 लोग सड़क दुर्घटना में काल के ग्रास बने हैं। दूसरे नंबर पर पूर्वी जिले में 115, उत्तर में 96 और सबसे कम दक्षिण जिले में 79 लोगों ने हादसे में जान गंवाई है।
यातायात पुलिस की ओर से शहर के चालीस ब्लैक स्पॉट्स को अच्छी तरह से स्कैन किया है। इन किलर पॉइंट्स में पांच जगह सबसे खतरनाक है। ब्रह्मपुरी स्थित बंध की घाटी मानबाग में साढ़े पांच साल में 31 लोग, भवानी निकेतन से खेतान चौराहे पर 25, विश्वकर्मा थाना इलाके में स्थित मिलन सिनेमा से बढ़ारणा पुलिया 24 और रोड नंबर 14 सीकर रोड पॉइंट 20 मौत हुई हैं। सांगानेर में स्थित गौशाला, टोंक रोड पॉइंट पर 19 लोग काल का ग्रास बने। हाल में यातायात पुलिस की ओर से जेडीए को प्रस्ताव भेजा है, जिसमें रोड इंजीनियरिंग का काम बेहतर तरीके से करने के सुझाव दिए हैं। रोड कट को बंद करने, मीडियन को ऊपर करने व रैलिंग लगाने के सुझाव दिए हैं। पुलिस उपायुक्त यातायात राहुल प्रकाश ने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।