ऑफिसों में बढ़ते वर्क प्रेशर पर सहमति जताते हुए उन्होंने कहा कि आज कार्यालयों में वर्कप्रेशर बढ़ रहा है और इसकी वजह से स्ट्रेस भी बढ़ा है। अपने ऑफिस का उदाहरण देते हुए वह कहती हैं कि मैंने प्रयास किया कि यहां ऐसा ना हो। वर्क स्टे्रस को कम करने के लिए मेरी प्लानिंग पहले से ही शुरू हो जाती है। मैं अपने एम्पलॉय को एक माह पूर्व ही टास्क दे देती हूं। जिससे उसे अपना टारगेट पूरा करने का समय मिले और स्टे्रस कम हो।
इंदिरा के मुताबिक उनका जीवन द्वंदों से भरा हुआ है। एक पत्नी और कार्यकारी अधिकारी के बीच का द्वंद, एक मां और कार्यकारी अधिकारी के बीच का द्वंद, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र के बीच का द्वंद। इन सबके बाद भी मैं खुद को मल्टीपल वर्कर मानती हूं।अपने व्यक्तिगत जीवन को लेकर उनका कहना था कि परिवार हमेशा उनके लिए प्राथमिकता रही है। अपनी दोनों बेटियों के साथ समय बिताने में उन्हें सबसे अधिक खुशी मिलती है। उन्होंने कहा कि मुझे म्यूजिक सुनना पसंद है। साथ ही रीडिंग और स्पोट्र्स भी लेकिन टीवी पर जब स्पोट्र्स चल रहे होते हैं तो बुक पढ़ते हुए उसे देखती है और सारा ध्यान किताब पर चला जाता है। खुद को सोशलाइज नहीं मानने वाली इंदिरा के मुताबिक उन्हें पार्टी में जाना पसंद नहीं हैं। वह बताती हैं कि उनकी जिदंगी बेहद आसान नहीं रहीं। जब मैँ बच्ची थी तब खुद से सवाल पूछती थी। यह मुझे तय करना था कि मुझे क्या करना है। मैं लगातार पढऩे लगी। मेडिटेशन करने लगी। मुझे लगता है कि आप जो भी काम करते हैं उसे लोग आसानी से अपनाने के लिए तैयार नहीं होते लििेकन जब आप खुद से तय कर लेते हो कि आपको किस मुकाम पर पहुंचना है तो आप उसे हासिल कर लेते हो।