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JLF जनवरी में; 10 साल पूरे होने के अवसर पर हर हफ्ते 10 वक्ताओं की घोषणा

locationजयपुरPublished: Nov 16, 2016 02:14:00 pm

Submitted by:

vijay ram

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 19 से 23 जनवरी तक चलेगा। यहां 250 से अधिक लेखक, विचारक, राजनेता, पत्रकार समेत सांस्कृतिक जगत की अनेक लोकप्रिय हस्तियां शामिल होंगी….

JLF 2017, Pinkcity,

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जयपुर.
नए साल 2017 में 19 से 23 जनवरी तक होने वाले जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के लिए दस वक्ताओं के नामों की घोषणा की गई है। इस आयोजन के दस वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रत्येक सप्ताह दस वक्ताओं के नामों की घोषणा की जाएगी। पहली कड़ी में जिन नामों की घोषणा की गई है उनमें मशहूर विदेशी साहित्यकार शामिल हैं। इस बार के लिटरेचर फेस्टिवल में 250 से अधिक लेखक, विचारक, राजनेता, पत्रकार समेत सांस्कृतिक जगत की अनेक लोकप्रिय हस्तियां शामिल होंगी। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 2017 में हिस्सा लेने वाले जिन 10 वक्ताओं के नामों की घोषणा की गई है।

1. अर्शिया सत्तार
अर्शिया की ओर से अनूदित वाल्मिकी रामायण का प्रकाशन पेंगुइन क्लासिक के तौर पर किया गया है। इस महाकाव्य पर आधारित लॉस्ट लव्स: एक्सप्लोरिंग रामाÓज एंगवुइश तथा उत्तरा- द बुक आंसर्स उनकी कृतियां हैं। वे बच्चों के लिए चार किताबें लिख चुकी हैं जिनमें किश्किंधा टेल्स, पंपा सूत्रा, एडवेंचर्स विद हनुमान और हाल में रामायणा फॉर चिल्ड्रन शामिल हैं।

2. संजीव सान्याल
वे अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त अर्थशास्त्री, बैस्टसैलिंग लेखक एवं अर्बन थ्योरिस्ट हैं। विश्व के सबसे प्रमुख बैंकों के ग्लोबल स्टैंटेजिस्ट तथा मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुके हैं और उन्हें वल्र्ड इकनॉमिक फोरम की तरह से यंग ग्लोबल लीडर 2010 पुरस्कार भी दिया गया है। फिलहाल वे सिंगापुर सरकार की फ्यूचर सिटी कमेटी के सदस्य हैं जो कि अगले 15 वर्षों के लिए शहर की रूपरेखा तैयार कर रही है। उन्हें साहित्य में योगदान के लिए 2014 में पहला इंटरनेशनल इंडियन अचीवर्स अवार्ड भी दिया गया था।

3. फिलिप ए लटगनडॅर्फ
आयोवा यूनीवर्सिटी में हिंदी तथा आधुनिक भारतीय अध्ययन के प्रोफेसर हैं। उन्हें हिंदी काव्य में, खासकर तुलसीदास तथा रामचरितमानस में रुचि हैं और फिलहाल वे इसका अंग्रेजी अनुवाद कर रहे हैं। उन्हें हनुमान पर शोधकार्य के लिए गगेनहिम फैलोशिप 2002-03 प्रदान की गई थी। यह शोध हनुमान्स टेल – द मेसेज ऑफ ए डिवाइन मंकी के रूप में प्रकाशित किया गया है।

4. रिक सिमनसन
इन्होंने इलियन बे बुक कंपनी में चीफ बुकसैलर के तौर पर बेहद महत्वपूर्ण येागदान दिया है। 1976 से ही वे सिएटल के इस संस्थान को संभालते आए हैं। रिक के गृहनगर कैपिटॅल हिल स्थित इस कंपनी में डेढ़ लाख से अधिक बुक टाइटल्स उपलब्ध हैं। वे कूपर केन्यन प्रेस, यूनीवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन प्रेस तथा सीगल बुक्स के गवर्निंग एवं एडवाइजरी बोर्ड में शामिल हैं। वे डीएससी साउथ एशियन लिटरेचर प्राइज तथा अमरीका के नेशनल बुक अवार्ड के जूरी सदस्य हैं।

5. गिलीरमो रॉडिंग्ज
ये भारत-स्पेन सांस्कृतिक संबंधों के बड़े पक्षधर हैं। वे स्पेन में एक प्रमुख सांस्कृतिक के द कासा डी ला इंडिया के संस्थापक निदेशक भी हैं जो विदेश में भारत के सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने वाला प्रमुख केंद्र बन चुका है। रॉडिग्ज यात्राएं पसंद करते हैं और नब्बे के दशक में भारत में रह चुके हैं तथा भारतीय साहित्यिक आलोचना और आधुनिक भारतीय काव्य अंग्रेजी के विषेशज्ञ हैं। वे भारत, स्पेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड में भारतीय साहित्य तथा संस्कृति पर आलोचनात्मक कृतियां प्रकाशित करवा चुके हैं तथा वैन मिरर्स ऑर विंडोज- ए व्यू ऑफ ए के रामानुजन्स पॉयटिक्स के लेखक हैं।

6. इशियॅन हचिंसन
ये काव्य संग्रह फॉर डिस्टिंक्ट- पोयम्स एंड हाउस ऑफ लॉड्र्स एंड कॉमन्स के लेखक हैं। हचिंसन को काव्य के लिए प्रेयरी शूनर जर्नल के द्वारा पैन/जॉयस ऑस्टरवील अवार्ड, व्हाइटिंग राइटर्स अवार्ड, ग्लेना लुशी अवार्ड तथा द अकेडमी ऑफ अमरीकन पॉयट्स के लैरी लिवाइस प्राइज से सम्मनित किया जा चुका है।

7. जॉन के
ये एक बार फिर जयपुर लिटरेचर फैस्टिवल में शिरकत कर रहे हैं, वे दक्षिण एशिया पर अनेक पुस्तकें लिख चुके हैं, जिनमें अधिकांश इतिहास पर आधारित हैं। उनकी नवीनतम कृति द टार्टन टर्बन सिख खालसा के आर्टिलरी कर्नल एलैक्सैंडर गार्डनर के साहसिक कारनामों पर आधारित बहुप्रतीक्षित पुस्तक है। वे हास्य, कथनात्मक और जीवंत गद्य और शोध आधारित लेखन के लिए जाने जाते हैं।

8. बैरी कनलिफ
ये यूनीर्विसटी ऑफ ऑक्सफोर्ड में यूरोपीयन र्आिकयोलॉजी के एमिरेटस प्रोफेसर हैं। उन्होंने ब्रिटेन तथा पश्चिमी यूरोप में बड़े पैमाने पर खुदाई का काम कराया है और अनेक पुस्तकों के लेखक हैं। उनकी ताजा पुस्तक बाय स्टेपी, डैजर्ट एंड ओशन यूरेशिया में 10 हजार ई. पूर्व से मंगोल हमलों तक के दौर में मानवीय संबध्ंाों पर दृष्टिपात करती है। उन्हें 2006 में नाइटहुड के लिए चुना गया।

9. एडम थर्लवैल
तीन उपन्यास लिख चुके हैं। उनकी कृतियों का 30 भाषाओं में अनुवाद किया गया है। वे ईएम फॉस्र्टर अवार्ड तथा सॉमरसेट मॉम अवार्ड भी जीत चुके हैं और दो बार उन्हें ग्राटंाÓस बैस्ट ऑफ यंग ब्रिटिश नॉवलिस्ट में से एक के तौर पर भी चुना गया है।

10. एमा स्काई, ओबीई
पश्चिम एशिया पर ब्रिटिश विशेषज्ञ हैं जो 2003 से 2010 के दौरान इराक में सेवाएं दे चुकी हैं। वे अनरैवलिंग: हाइ होप्स एंड मिस्ड अपॉच्र्युनिटीज इन इराक की लेखक हैं। वे येल यूनीवर्सटी के जैक इंस्टीट्यूट में मिडल ईस्ट पॉलिटिक्स की अध्यापक हैं तथा ब्रिटिश एंपायर की ऑफिसर हैं। जेएलएफ में वे पहली बार भाग लेने आ रही हैं।

स्त्रोत: पत्रिका ब्यूरो।
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