प्रोजक्ट बना, पाइपलाइन ने अटकाया महल रोड पर पिछले साल साइकिल ट्रैक बनना था, अब तक काम शुरू नहीं हुआ। जगतपुरा आरओबी से एनआरआइ सर्कल तक दोनों ओर 3.5 किमी लंबा ट्रैक बनना है। इस 2.5 मीटर चौड़े ट्रैक पर जेडीए 1.25 करोड़ रुपए खर्च करेगा। जेडीए की इंजीनियरिंग शाखा प्रथम के निदेशक एनसी माथुर का कहना है कि ट्रैक बनना है वहां पेयजल की पाइपलाइन डाली जानी है। इससे देर हो रही है।
29 साल में साइकिल की धीमी ऐसी चाल -1990 के आसपास जेडीए ने विद्याधरनगर में साइकिल ट्रैक बनाए लेकिन वाहनों की संख्या बढ़ी तो ट्रैक गायब हो गए
-1999 में जेएलएन मार्ग पर जेडीए ने 3 मीटर का ट्रैक बनाया था
-2006 में बीआरटीएस कॉरिडोर में भी बनाए गए लेकिन अब वहां कुछ नहीं दिखता -2012 में भवानी सिंह रोड को आदर्श रूप में विकसित किया गया। राहगीरों व साइकिल के लिए रास्ता बनाया गया। अब दो लेन पर वाहनों का कब्जा है। इस पर जेडीए ने 3 करोड़ रुपए खर्च किए थे।
-2017 में स्मार्ट सिटी प्रोजक्ट के तहत बाइसाइकिल शेयरिंग सिस्टम की बात हुई। इनके लिए साइकिल ट्रैक का इंतजार है। अभी स्टैंड भी पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं। यह है स्थिति
– 12 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं शहर में वाहन
– 15 प्रतिशत है शहर में ईंधन रहित (नॉन मोटराइज्ड) वाहन का हिस्सा
– 25 प्रतिशत का लक्ष्य है ईंधन रहित वाहनों की संख्या करने का
– 58 प्रतिशत सड़कें तो अतिक्रमण से अटी हैं, टै्रक भी नहीं अछूते
– 15 प्रतिशत है शहर में ईंधन रहित (नॉन मोटराइज्ड) वाहन का हिस्सा
– 25 प्रतिशत का लक्ष्य है ईंधन रहित वाहनों की संख्या करने का
– 58 प्रतिशत सड़कें तो अतिक्रमण से अटी हैं, टै्रक भी नहीं अछूते