ज्योतिषाचार्य दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति पर मकर राशि में 59 साल बाद पंचग्रही योग भी बनेगा। मकर राशि में बुधवार को दोपहर 12.06 बजे चन्द्रमा प्रवेश करेगा, वहीं 14 जनवरी को सुबह 8.15 मिनट पर सूर्य भी मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इससे पहले मकर राशि में बुध, गुरु और शनि पहले से ही चल रहे है। ऐसे में मकर राशि में पंचग्रही योग बनेगा। जो 15 जनवरी को शाम 5.06 बजे तक रहेगा। मकर राशि में पंचग्रही योग बनने से पहाड़ों पर हिमपात और सर्दी का प्रकोप बढ़ सकता है।
ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव सिंह पर सवार होकर वैश्य के घर में प्रवेश करेंगे। वारनाम मन्दा होने से इस मास में विद्वज्जन, वैज्ञानिक व शिक्षाविदों को उत्साहजनक परिणाम प्राप्त होंगे। नक्षत्रनाम महोदरी होने से जनता को असामाजिक तत्वों से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। संक्रांति प्रवेश काल के समय बव करण रहेगा, जिससे संक्रांति का वाहन सिंह तथा उपवाहन हाथी बनेगा। देवजाति की यह संक्रांति शरीर पर कस्तूरी का लेप लगाकर सफेद रंग के वस्त्र व पुन्नाग पुष्प की माला धारण कर हाथ में भुशुण्डी नामक शस्त्र लेकर सोने के बर्तन में चावल का भोजन करती हुई प्रवेश करेंगी।