गोविंददेवजी मंदिर में सुबह मंगला झांकी के बाद महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुरजी का पंचामृत अभिषेक कर विशेष श्रृंगार किया गया। धूप झांकी में ठाकुरजी के पतंगोत्सव का आयोजन किया गया। गोविंददेवजी सोने की पतंग उड़ाते हुए नजर आए, वहीं राधे रानी हाथों में चांदी की चरखी थामे रहीं। सखियों के हाथों में भी चरखी थी। मंदिर के जगमोहन को रंग.बिरंगी कलात्मक पतंगों से सजाया गया। मंदिर के प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि धूप झांकी से पूर्व ठाकुरजी को तिल के लड्डू, फीणी का भोग लगाया गया। आराध्यदेव गोविंददेव जी मंदिर में लोगों ने ठाकुर जी के ढोक लगाई और सुख-समृद्धि की कामना की। जगतपुरा के कृष्ण बलराम मंदिर, मानसरोवर के इस्कॉन मंदिर, वैशालीनगर के स्वामीनारायण मंदिर में भी श्रद्धालु उमड़े।
सरस निकुंज में ब्रज से आए साधु-संतों का सम्मान सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में महंत अलबेली माधुरी शरण के सान्निध्य में मकर संक्रांति महोत्सव मनाया गया। ठाकुरजी के पतंगों की झांकी सजाई गई। वहीं तिल के व्यंजनों का भोग लगाया गया। सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि इस मौके बृजवासियों को कंबल वितरित किए गए। मंदिर में पदगायन भी किए गए। इस मौके पर ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार रंग-बिरंगी पतंगों से घिरे नजर आए।