नगर निगम की ओर से शहर में 14 जगहों पर अस्थाई रैन बसेरे बना रखे हैं। इनमें करीब एक हजार लोगों के ठहरने के लिए व्यवस्था कर रखी है, लेकिन शहर में बेघर लोगांे की संख्या अधिक होने से ये कम पड़ रहे हैं। जेएलएन मार्ग स्थित जेकेलोन अस्पताल के बाहर रैन बसेरे में 100 लोगों के ठहरने की जगह है, लेकिन यहां करीब 150 लोगों को ठहराया जा रहा है। वहीं रामनिवास बाग के पीछे स्थित रैन बसेरे में भी क्षमता से अधिक लोग रात बिता रहे हैं। ये रैन बसेरे एसएमएस अस्पताल और जेकेलोन अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। इन रैन बसेरों में मरीजों के परिजन रात गुजार रहे हैं। इनमें कुछ मरीज भी ठहरे हुए हैं। हिंडौन के नितेश कुमार ने बताया कि उनका बच्चा जेकेलोन अस्पताल में भर्ती है, वे रात को रैन बसेरे में सोते हैं। नितेश कहते हैं कि यहां 100 लोगों के रुकने की जगह है, लेकिन मिलजुल कर डेढ़ सौ लोग रैन बसेरों में रह रहे हैं।