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Jaipur नगर निगम की एक माह की मेहनत : ऊंट के मुंह में जीरा

locationजयपुरPublished: Jan 21, 2020 05:59:47 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

स्वच्छता सर्वेक्षण (Svachchhata Sarvekshan 2020) का फाइनल राउंड चल रहा है। जयपुर को ओडीएफ प्लसप्लस का दर्जा मिल चुका है। इसके 500 अंक हमने पक्के कर लिए है, जबकि असली परीक्षा में पास होना अभी बाकी है। सर्वेक्षण में फाइनल राउंड 3 हजार अंकों का है, इसमें 1500 अंक शहर की सफाई से जुड़े हुए हैं। जबकि ग्राउंड पर शहर की सफाई व्यवस्था अभी भी बेपटरी है।

Jaipur नगर निगम की एक माह की मेहनत : ऊंट के मुंह में जीरा

Jaipur नगर निगम की एक माह की मेहनत : ऊंट के मुंह में जीरा

नगर निगम की एक माह की मेहनत : ऊंट के मुंह में जीरा

– स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 परीक्षा का फाइनल राउंड
– शहर की सफाई व्यवस्था के 1500 अंक निर्धारित

जयपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण (Svachchhata Sarvekshan 2020) का फाइनल राउंड चल रहा है। जयपुर को ओडीएफ प्लसप्लस का दर्जा मिल चुका है। इसके 500 अंक हमने पक्के कर लिए है, जबकि असली परीक्षा में पास होना अभी बाकी है। सर्वेक्षण में फाइनल राउंड 3 हजार अंकों का है, इसमें 1500 अंक शहर की सफाई से जुड़े हुए हैं। जबकि ग्राउंड पर शहर की सफाई व्यवस्था अभी भी बेपटरी है। नगर निगम प्रशासन ने शहर में सफाई व्यवस्था को बेहतर करने के लिए पूरी ताकत लगा रखी है, लेकिन सिर्फ एक माह की मेहनत ऊंट के मुंह में जीरा समान है।
शहर की सफाई की सच्चाई देखे तो मुख्य मार्ग भले ही साफ-सुधरे हो। इन मार्गों पर निममित सफाई हो रही हो। जबकि बाहरी कॉलोनियों में अभी भी दिनभर कचरे-गदंगी के ढेर पड़े हुए नजर आ रहे है। इस बार पूरे साल स्वच्छता सर्वेक्षण चला है, लेकिन नगर निगम की टीम ने सक्रियता और सख्ती दिसंबर से दिखाना शुरू किया।
गीला-सूखा कचरा अलग-अलग नहीं

डोर टू डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था की बेपटरी है। शहर में अभी तक हूपरों की संख्या नहीं बढ़ पाई है। जबकि जिस कंपनी के पास कचरा उठाने का ठेका है, उसने पूूरे साल ही नियमित रूप से कचरा नहीं उठाया है। अभी तक शहर के कई हिस्सों में गीला-सूखा कचरा अलग-अलग नहीं हो पाया है। हूपर में गीले व सूखे कचरे के लिए अलग-अलग कम्पार्ट नहीं लग पाए है। घरों में भी गीला व सूखा कचरा अलग-अलग नहीं हो पा रहा है। अब तक लोगों ने घरों में दो कचरा पात्र रखना शुरू नहीं किए हैं, जबकि पिछले तीन सालों से शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण हो रहा है।

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