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15 साल पुराने सर्वे से वसूल रहा निगम यूडी टैक्स

locationजयपुरPublished: Jul 25, 2020 06:24:21 pm

Submitted by:

Girraj Sharma

जयपुर हेरिटेज नगर निगम और जयपुर ग्रेटर नगर निगम (Jaipur Municipal Corporation) में नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) (Urban development tax) वसूली के लिए करीब 1.34 लाख संपत्तियां चिह्नित कर रखी है। इसमें भी निगम प्रशासन अभी पिछले साल तक करीब 21 हजार संपत्तियों से ही यूडी टैक्स वसूल कर पाया है। हालांकि निगम प्रशासन 15 साल पुराने रिकॉर्ड के हिसाब से ही यूडी टैक्स वसूल रहा है।

15 साल पुराने सर्वे से वसूल रहा निगम यूडी टैक्स

15 साल पुराने सर्वे से वसूल रहा निगम यूडी टैक्स

15 साल पुराने सर्वे से वसूल रहा निगम यूडी टैक्स

– 1.34 लाख संपत्तियों से निगम वसूल रहा यूडी टैक्स
— साल 2005 के सर्वे में चिह्नित की गई ये संपत्तियां
जयपुर। जयपुर हेरिटेज नगर निगम और जयपुर ग्रेटर नगर निगम (Jaipur Municipal Corporation) में नगरीय विकास कर (यूडी टैक्स) (Urban development tax) वसूली के लिए करीब 1.34 लाख संपत्तियां चिह्नित कर रखी है। इसमें भी निगम प्रशासन अभी पिछले साल तक करीब 21 हजार संपत्तियों से ही यूडी टैक्स वसूल कर पाया है। हालांकि निगम प्रशासन 15 साल पुराने रिकॉर्ड के हिसाब से ही यूडी टैक्स वसूल रहा है। ये संपत्तियां साल 2005 के सर्वे में चिह्नित की गई है, जबकि अब यूडी टैक्स के दायरे में आने वाली संपत्तियां पहले से दोगुनी से अधिक हो गई और कई प्रॉपर्टी में बदलाव भी हो गया है।
नगर निगम प्रशासन ने अब यूडी टैक्स वसूली के साथ नई प्रोपर्टी चिह्नित करने की कवायद भी शुरू कर दी है। नगर निगम ने इसके लिए निजी फर्म को टेंडर दे दिया है। यह फर्म यूडी टैक्स वसूली के साथ नई प्रोपर्टी चिह्नित भी करेगी और हर प्रोपर्टी का जिओ टेंगिग होगा। इसके लिए हर प्रोपर्टी का अलग से क्यूआर कोड होगा। इससे यूडी टैक्स के साथ नगर निगम को अन्य जानकारी भी मिल सकेगी। निजी फर्म को वर्क आॅर्डर दे दिया है। निगम अधिकारियों की मानें तो 15 साल पहले जो संपत्तियां चिह्नित की गई है, वे हाउस टैक्स के सर्वे के दौरान की गई थी। इसके बाद निगम अधिकारियों ने हर साल 200 से 500 नई संपत्तियां चिह्नित की है, जो यूडी टैक्स के दायरे में आ रही है, लेकिन निगम सूत्रों की मानें तो शहर में यूडी टैक्स के दायरे में आने वाली संपत्तियां करीब 3 लाख से अधिक है।
60 फीसदी प्रोपर्टी ग्रेटर जयपुर में
निगम प्रशासन ने ग्रेटर जयपुर नगर निगम और हेरिटेज नगर निगम में आ रही प्रोपर्टियों को यूडी टैक्स वसूली को लेकर अलग—अलग चिह्नित कर लिया है। इनमें से दोनों निगमों के लिए क्षेत्रवार निर्धारण कर दिया गया है। जयपुर ग्रेटर निगम में 60 फीसदी और हेरिटेज निगम में 40 फीसदी संपतियां रही है। राजस्व वसूली का निर्धारण ग्रेटर निगम के 7 जोन और हेरिटेज निगम के 4 जोन के हिसाब से किया गया है।
अब निजी फर्म वसूल करेगी यूडी टैक्स

नगर निगम प्रशासन अब निजी फर्म से यूडी टैक्स वसूल करवाएगा। इसके लिए पहले कॉमर्शियल प्रॉपर्टी से यूडी टैक्स वसूल किया जाएगा। इसके लिए घर—घर दस्तक देने की तैयारी कर ली है।
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