महापौर मुनेश गुर्जर और उप महापौर मोहम्मद असलम फारुकी ने वार्ड 30 में नाग तलाई नाले का जायजा लिया। महापौर ने अधिकारियों को तत्काल काम शुरू कर नाले में पड़े कचरे को तत्काल उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने निगम के मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक को वार्ड में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने पर नोटिस जारी करने के निर्देश। दौरे के दौरान महापौर ने कहा कि काम में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।
जेडीए—निगम के बीच फंसी सफाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पूर्ववर्ती सरकार के समय जेडीए ने इस नाले की सफाई करवाई थी। उस समय नगर निगम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, मगर इसके बाद नगर निगम नाला सफाई का काम लगातार जेडीए पर टाल रहा था, लेकिन जनप्रतिनिधियों के दबाव के चलते हैरिटेज नगर निगम नाले की सफाई खुद करवा रहा है।
50 फीसदी भी नाले नहीं हो पाए साफ
हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र में 435 छोटे नाले है, इनमें से अभी 150 नाले भी पूरी तरह साफ नहीं हो पाए है। हालांकि 261 नालों में सफाई का काम चल रहा है। हैरिटेज नगर निगम क्षेत्र में 100 से अधिक नाले ऐसे है, जहां अभी तक सफाई का काम भी शुरू नहीं हो पाया है।
अफसरों को सौंपी कमान
शहर में नालों की सफाई को लेकर हैरिटेज नगर निगम ने जोन उपायुक्तों को कमान सौंप दी है। जोन उपायुक्त रोजाना नाला सफाई की मॉनिटरिंग करेंगे। इसके साथ सफाई व्यवस्था भी देखेंगे। इसे लेकर महापौर मुनेश गुर्जर और आयुक्त अवधेश मीना ने अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें निर्देश जारी कर दिए है।