डीजी बीएल सोनी ने बताया कि परिवादी ने 22 अक्टूबर को इस संबंध में शिकायत दी। शिकायत में बताया कि परिवादी द्वारा नगर निगम के कचरा डिपो से री-साइकिल के लिए कचरे से कांच की बोतल, प्लास्टिक और अन्य सामान एकत्र किया जाता है। इस कचरे को एकत्र करने के लिए नगर निगम के अधिकारी बाधा उत्पन्न नहीं करें इसके ऐवज में बीवीजी कंपनी का सहायक प्रबंधक राहुल बोडके एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है।
ट्रैप की कार्रवाई एसीबी के एएसपी आलोक शर्मा को सौंपी गई। टीम ने आरोपी द्वारा 23 अक्टूबर को सत्यापन किया, तब आरोपी ने एक लाख रुपए रिश्वत में से 25 हजार रुपए ले लिए और शेष राशि मंगलवार को लेना तय किया।
दिल्ली रोड पर बुलाकर ली रिश्वत
एएसपी आलोक शर्मा ने बताया कि राहुल बोडके ने परिवादी को दिल्ली रोड पर 75 हजार रुपए लेकर बुलाया। एसीबी की टीम पहले से तैयार थी। आरोपी ने अपनी गाड़ी में ही रिश्वत की राशि वसूली, तभी एसीबी ने उसको पकड़ लिया। आरोपी के घर पर देर रात तक एसीबी का सर्च जारी थी।
नगर निगम कचरे से भी ले रही रिश्वत
एसीबी सूत्रों के मुताबिक, नगर निगम में रिश्वत के कई मामले पहले भी सामने आ चुके। इसके बावजूद वहां रिश्वतखोरी में नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब कचरा डिपो में रिश्वत की राशि वसूल रहे थे। जबकि नीलाम करने नहीं करके सरकारी खजाने में चपेट लगा रहे हैं।