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आपदा को अवसर में कैसे बदला जाता है, कोई नगर निगम से सीखे

locationजयपुरPublished: Aug 18, 2020 03:20:20 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

कोरोना काल के दौरान केंद्र सरकार ने आपदा को अवसर में बदलने की बात कही थी। केंद्र की यह बात शायद जयपुर नगर निगम को भा गई और 14 अगस्त को बारिश के रूप में आई आपदा को निगम अधिकारी अवसर में बदलने में जुट गए हैं।

आपदा को अवसर में कैसे बदला जाता है, कोई नगर निगम से सीखे

आपदा को अवसर में कैसे बदला जाता है, कोई नगर निगम से सीखे

जयपुर।

कोरोना काल के दौरान केंद्र सरकार ने आपदा को अवसर में बदलने की बात कही थी। केंद्र की यह बात शायद जयपुर नगर निगम को भा गई और 14 अगस्त को बारिश के रूप में आई आपदा को निगम अधिकारी अवसर में बदलने में जुट गए हैं।
दरअसल इस मूसलाधार बारिश की वजह से नगर निगम के लाल डूंगरी कचरा ट्रांसफर स्टेशन के पीछे रहीमन कॉलोनी, गणेश पुरी, सुंदर नगर और गंगेश्वर नगर में रेत के टीलों की मिट्टी बहकर आ गई थी। इससे इन कॉलोनियों में चार से पांच फुट तक मिट्टी भर गई। अब नगर निगम इस मिट्टी को बेचकर राजस्व कमाएगा। इसके लिए नगर निगम के हवामहल जोन पूर्व की ओर से इच्छुक लोगों से 19 अगस्त शाम 4 बजे तक प्रस्ताव मांगे गए हैं। निगम अधिकारियों ने प्रति टन के हिसाब से मिट्टी बेचने की योजना बनाई गई है। जो प्रति टन ज्यादा पैसा देगा, उसे मिट्टी बेची जाएगी।
निगम की ओर से जारी सार्वजनिक सूचना में साफ लिखा गया है कि जेसीबी की ओर से मिट्टी हटाने की कार्रवाई निगम की ओर से की जाएगी। जो इच्छुक हैं वो अपनी ट्रॉली और डम्पर से लाल डूंगरी कचरा ट्रांसफ स्टेशन से मिट्टी तुलवाकर ले जा सकेंगे। फिलहाल मौके पर मिट्टी को हटाने का काम नगर निगम की ओर से किया जा रहा है। हालांकि मिट्टी इतनी ज्यादा है कि निगम को भी इस काम में पसीना छूट रहा है।
आपको बता दें कि नाले के बहाव क्षेत्र के पास बसी इन कॉलोनियों में 14 अगस्त को बरसात ने अपना रौद्र रूप दिखाया। कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन कई लोगों के घरों में 4 से 5 फुट तक मिट्टी भर गई है। यही नहीं पानी के साथ मिट्टी का बहाव इतना ज्यादा था कि कई लोगों के वाहन बह गए। कुछ लोगों के दुपहिया और चौपहिया वाहन भी मिट्टी में दब गए। कुछ वाहनों को बाहर निकाल लिया गया है, जबकि कुछ वाहन अब भी मिट्टी में दबे पड़े हैं।
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