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हर साल बढ़ रहा निगम का बजट, लेकिन सिर्फ वाहवाही लूटने के लिए

locationजयपुरPublished: Mar 05, 2019 11:17:44 am

Submitted by:

Mridula Sharma

कच्ची बस्तियों के विकास और पार्किंग प्रोजेक्ट पर नहीं किया एक भी पैसा खर्च

भवनेश गुप्ता /जयपुर. नगर निगम हर साल बढ़ा बजट दिखा वाहवाही लूटने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हकीकत में कुछ जगह तो बजट होते हुए भी एक भी कोड़ी खर्च नहीं की गई। जहां खर्च हुआ, वहां भी 21 प्रतिशत से ज्यादा खर्च नहीं कर सके। पिछले साल के बजट में कच्ची बस्तियों व पार्किंग प्रोजेक्ट पर एक पैसा खर्च नहीं हुआ, जबकि दोनों ही मदों में करीब 33 करोड़ के प्रावधान थे। मौजूदा बोर्ड में स्वीकृत बजट में विकास कार्यों पर 30 प्रतिशत राशि भी खर्च नहीं हुई। विकास कार्य मद के 763 करोड़ में से ही केवल 21 प्रतिशत ही राशि खर्च की जा सकी है। तीन दिन पहले ही 1870 करोड़ के पास हुए बजट में से अधिकतम राशि खर्च करने का फिर दावा किया गया है।
187.31 में से खर्च किए 27.10 करोड़
विधायक व सांसद कोष के अलावा स्वर्ण जयंती शहरी रोजगार, स्वच्छ भारत मिशन से मिलने वाली अनुदान राशि में 187.31 करोड़ खर्च का प्रावधान था, लेकिन इसमें भी पिछले 8 माह में सिर्फ 27.10 करोड़ ही खर्च किए।
nigam
यहां फिसड्डी
– फुटओवर ब्रिज निर्माण: 10 करोड़ रुपए
– वर्षा जल संरक्षण: 5 करोड़ रुपए
– फायर स्टेशन मरम्मत: 5 करोड़ रुपए
– हिंगोनिया गोशाला: 18 करोड़
– निगम भवन मरम्मत: 10 करोड़ रुपए
– सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट: 11 करोड़ रुपए
(खर्च राशि नवम्बर, 2018 तक)
मद और खर्च
जन स्वास्थ्य : 612 करोड़ रुपए
सार्वजनिक मरम्मत : 24 करोड़
सार्वजनिक रक्षा (फायर) : 20 करोड़ रुपए
सामान्य प्रशासन : 102 करोड़
पशु गृह : 40 करोड़ रुपए
कर वसूली : 21 करोड़ रुपए
शिक्षा : 64 लाख रुपए
यहां रहेगी नजर
2019-20 के बजट में विकास के लिए 580.12 करोड़ का बजट रखा, जो कुल बजट का 31.02 फीसदी है। जबकि, 2018-19 में विकास के लिए 763.31 करोड़ का बजट स्वीकृत किया था यानि पिछले बार की अपेक्षा विकास का कम बजट है।
प्लानिंग की जा रही है
अब केवल कागजी आंकड़े नहीं होंगे। बजट में विकास कार्यों के प्रावधान के अनुरूप प्लानिंग की जा रही है। संबंधित अफसरों को इस पर काम निर्देश दे दिए हैं। अन्य सरकारी महकमों में अटकी हुई रोकड़ भी लेने का प्रयास कर रहे हैं। विष्णु लाटा, महापौर
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