दूसरा पक्ष भी आ डटा
स्थानीय लोगों ने बताया कि घरों में हुए पथराव को देखते हुए कुछ लोगों ने थाने में फोन मिलाया, लेकिन फोन ही नहीं मिल रहा था। तब लोग उपद्रवियों का मुकाबला करने के लिए घरों से बाहर निकले। दोनों ओर से पथराव के चलते पूरा इलाका पत्थरों से अट गया। पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंची और हवाई फायर कर भीड़ को तितर-बितर किया। यहां लोगों को तितर-बितर करते-करते ही फकीरों की ढाणी, शांति नगर में भी भीड़ के पथराव करने की सूचना मिली।
सूचना पर दौड़ता रहा पुलिस जाब्ता
पुलिस का जाब्ता सूचना पर उपद्रव करने वालों के पीछे दौड़ता ही रहा। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है, जो भीड़ के साथ पथराव कर रहे थे। गश्त करते हुए एक पुलिस अधिकारी पहुंचा तो भीड़ देख वह भी लौटने लगा। स्थानीय लोगों ने उसे बचाया, जिसके बाद पुलिस जाब्ते को सूचना दी गई।
15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू
देर रात 15 थाना क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई। रामगंज, गलता गेट, सुभाष चौक, कोतवाली, माणक चौक, नाहरगढ़, संजय सर्कल, शास्त्री नगर, भट्टा बस्ती, ब्रह्मपुरी, लालकोठी, ट्रांसपोर्ट नगर, जवाहर नगर, आदर्श नगर और मोती डूंगरी में धारा-144 व नेटबंदी ( internet ban in jaipur ) कर दी गई।
दिन में हो गई थी शांति
कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि दिनभर शांति कायम करने के प्रयास किए जाते रहे, माहौल भी शांत सा हो गया, लेकिन रात करीब 9.30 बजे गंगापोल में नाल बंधे की तरफ से 200 से अधिक की संख्या में लोग नारेबाजी करते आए और घरों में पत्थर फेंकने लगे। भीड़ को क्षेत्र की तरफ आते देख दूसरे पक्ष ने भी पत्थरों से जवाब देना शुरू कर दिया, इससे घरों में कई लोगों का नुकसान हुआ और दो दर्जन से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
कहीं इसके पीछे कोई और तो नहीं
अब तक की जांच में यह पूरा मामला प्रायोजित उपद्रव का लग रहा है, जिस प्रकार ईदगाह में झालाना तिराहे पर मारपीट को जबरन नारे लगवाना बताकर लोगों को भड़काया गया। इसके बाद कुछ लोग भीड़ की अगुवाई करते और लोगों को माहौल खराब करने के लिए भड़काते रहे। पुलिस महज जाब्ते के साथ उपद्रवियों के पीछे-पीछे भागती नजर आ रही थी।