दो साल ही हुई निगरानी
—पांच साल से अधिक बीवीजी कम्पनी को शहर में कचरा संग्रहण का काम करते हुए हो गया। अब तक कचरा उठाने की निगरानी सिर्फ दो वर्ष ही हुई है। बाकी तीन वर्षों में निगम अपनी मर्जी से बिल का 50 फीसदी भुगतान करता रहा।
—यही वजह है कि कम्पनी 300 करोड़ रुपए से अधिक बकाया बता रही है। हालांकि, निगम के लिए इस पैसे का भुगतान करना आसान नहीं होगा। क्योंकि, जब निगरानी ही नहीं हुई तो भुगतान कैसे होगा।
—पांच साल से अधिक बीवीजी कम्पनी को शहर में कचरा संग्रहण का काम करते हुए हो गया। अब तक कचरा उठाने की निगरानी सिर्फ दो वर्ष ही हुई है। बाकी तीन वर्षों में निगम अपनी मर्जी से बिल का 50 फीसदी भुगतान करता रहा।
—यही वजह है कि कम्पनी 300 करोड़ रुपए से अधिक बकाया बता रही है। हालांकि, निगम के लिए इस पैसे का भुगतान करना आसान नहीं होगा। क्योंकि, जब निगरानी ही नहीं हुई तो भुगतान कैसे होगा।