थानाधिकारी श्रीमोहन मीणा ने बताया कि सत्यप्रिय नागर (90) और पत्नी कीर्ति नागर (87) विवेक विहार में घर पर अकेले ही रहते थे। उनकी कोई संतान नहीं थी। उनके रिश्तेदार कभी-कभार उनसे मिलने आते थे। करीब 3-4 दिन पहले दोनों की मौत हो चुकी है। शवों से दुर्गंध आने पर मौत का पता चला।
परिजन भी रहते दूर, आठ दिन पहले हुई थी बात मृतका के भांजे सतीश दवे ने बताया कि उन्होंने 11 अप्रेल को आखिरी बार उनसे फोन पर बात की थी। उनके पास मोबाइल नहीं था, लैंडलाइन फोन पर ही बात होती थी। वैसे दोनों स्वस्थ, लेकिन बुजुर्ग अवस्था में शरीर कमजोर था। सत्यप्रिय बीएसएनल से और कीर्ति स्कूल लेक्चरार से रिटायर्ड हैं। एक मंजिला मकान में दोनों ही रहते थे।
प्राकृतिक मौत मान रही पुलिस व परिजन पुलिस ने ताले तोड़कर घर में प्रवेश किया तो कूलर, पंखे, टीवी व लाइट जलते मिले। घर पर सामान भी व्यवस्थित था। ऐसे में लूट या चोरी संबंधी कोई साक्ष्य नहीं मिला है। इसके अलावा शरीर पर चोट का कोई दिखता हुआ निशान भी नहीं मिला है। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। पुलिस ने मौके पर एफएसएल को बुलाकार साक्ष्य जुटाए हैं। मृतक के भतीजे अनुप नागर ने बताया कि वह अक्सर उन्हें संभालने आते थे, लेकिन कभी ऐसा लगा नहीं कि उनका स्वास्थ्य खराब है। पिछले कई दिनों से आना नहीं हुआ था। पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार करा दिया है।