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जयपुर

एक के बाद एक मेडिकल छात्राओं की खुदकुशी के पीछे आखिर क्या?

जयपुर(Jaipur) के बाद अब बीकानेर(Bikaner) में मेडिकल छात्रा(Medical Student) ने हॉस्टल में दी जान(Suicide), हनुमानगढ़ निवासी मनीषा कुमावत पूरी नहीं कर पाई इंटर्नशिप, काम का दबाव या कुछ और(Reason)…खुदकुशी के पहले सोशल मीडिया से आईडी को हटाया! अभिभावकों की चिंता बढ़ी(Parents Worried)

जयपुरJul 21, 2019 / 02:13 am

sanjay kaushik

एक के बाद एक मेडिकल छात्राओं की खुदकुशी के पीछे  आखिर क्या?

एक के बाद एक मेडिकल छात्राओं की खुदकुशी के पीछे आखिर क्या?


-जयपुर के बाद अब बीकानेर में मेडिकल छात्रा ने हॉस्टल में दी जान

-हनुमानगढ़ के भादरा की निवासी मनीषा कुमावत पूरी नहीं कर पाई इंटर्नशिप

जयपुर/बीकानेर। राजस्थान में मेडिकल छात्राओं के एक के बाद एक खुदकुशी करने की घटनाओं ने अभिभावकों की चिंता को बढ़ा दिया है। पहले जयपुर में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के हॉस्टल में फंदे से झूल जाने की घटना और फिर बीकानेर में इंटर्नशिप कर रही मेडिकल छात्रा के ठीक वैसे ही खुदकुशी करने ने अब यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि आखिर ये काम का दबाव है या कहानी कुछ और…। जयपुर वाले मामले में तो परिजनों ने पांच डॉक्टरों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए परिवाद दर्ज कराया है। जाने-माने मनौवैज्ञानिकों का मानना है कि कभी-कभी एेसा भी होता है कि काम का दबाव न झेल पाने के कारण कोई आदमी यह कदम उठाने को मजबूर हो जाता है, लेकिन सुसाइड नोट न मिलने से इस आशंका को भी बल मिलता है कि कहीं कुछ एेसा तो घटित नहीं हो रहा है, जिसका मरने वाला जिक्र भी नहीं करना चाहता। कुल मिलाकर एेसे मामलों में प्रमुख भूमिका साथ रहने वाले सहयोगियों की होती है, जो कि हालात को भांप कर न केवल हताश शख्स का मनोबल बढ़ा सकते हैं, बल्कि समय रहते परिजनों को भी सूचित कर सकते हैं।
-बीकानेर में भी जयपुर से मिलता-जुलता मामला

जयपुर के सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज में रेजिडेंट डॉक्टर साक्षी गुप्ता के खुदकुशी के बाद शनिवार को बीकानेर के एसपी मेडिकल कॉलेज की भी एक छात्रा के खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। यहां एमबीबीएस इंटर्नशिप कर रही छात्रा मनीषा कुमावत ने शनिवार शाम को गल्र्स हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। हनुमानगढ़ निवासी मनीषा मेडिकल बैच 2014 की छात्रा थी और अंतिम छह महीने की इंटर्नशिप पूरी कर रही थी।
-खुदकुशी के पहले सोशल मीडिया से आईडी को हटाया!

पुलिस के अनुसार शाम चार से पांच बजे के बीच मनीषा ने हॉस्टल में अपने कमरे में पंखे से फंदा डालकर खुदकुशी की। कमरा अंदर से बंद पाकर साथी छात्राओं ने वार्डन को सूचना दी। इसके बाद जेएनवीसी थाने की पुलिस हॉस्टल पहुंची। फंदा काटकर छात्रा को नीचे उताकर ट्रोमा सेंटर ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। खुदकुशी के बाद मनीषा की फेसबुक आईडी भी सर्च में नहीं आ रही थी। एेसे में प्रथम दृष्टया आशंका जताई जा रही है कि छात्रा ने खुदकुशी से पहले अपनी आइडी को फेसबुक से हटाया है।
-परिजनों को दी सूचना…नहीं मिला सुसाइड नोट

पुलिस उप अधीक्षक भोजराज सिंह ने बताया कि मनीषा कुमावत पुत्री निवासी भादरा (हनुमानगढ़) तहसील के अनूपशहर निवासी परिजनों को सूचना कर दी गई है। हॉस्टल के कमरे को सील किया गया है। परिजनों के आने के बाद ही तलाशी ली जाएगी। अभी तक कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
-बुधवार को एसएमएस रेजिडेंट डॉ. साक्षी गुप्ता मिली थी फंदे से झूलती

गौरतलब है कि लालकोठी थाना इलाके में बुधवार सुबह सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय में रेजिडेंट डॉक्टर साक्षी गुप्ता हॉस्टल के कमरे में फंदे से झूलते मिली थी। परिजनों की ओर से दर्ज परिवाद में डॉ. लीला, डॉ. अदिति, डॉ. वर्षा, डॉ. दीपाली और डॉ. कविता पर बेटी साक्षी को प्रताडि़त करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था।

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